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कल 30 अगस्त 2025 को बिलासपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के परम पूजनीय सरसंघचालक माननीय मोहन राव भागवत जी ने लोकहितकारी काशीनाथ गोरे जी की स्मृति में स्मारिका का विमोचन किया। इस स्मारिका में भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रेनगर चाम्पा के संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी का स्व. काशीनाथ गोरे जी की स्मृति में "भारतीय कुष्ठ निवारक संघ के अद्वितीय अभिभावक " इस शीर्षक से संस्मरण लेख विशेष रूप से उल्लेखित है |

अपनी संस्था भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर चाम्पा के संरक्षक के रूप में उनके योगदान को जानने के लिए इस अंक को जरूर पढ़ें!

कुo संघरत्ना भतपहरी (प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय जांजगीर) ने आज भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर का दर्शन किया। इस दर्शन के दौरान उन्होंने सर्वप्रथम परिसर स्थित सिद्धिविनायक गणेश मंदिर में गणेश जी की प्रतिमा पर पूजन अर्चन किया। इस अवसर पर संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने उन्हें कात्रे जी एवं बापट जी की जीवनी भेंट कर उनका अभिनंदन किया। प्रधान न्यायाधीश जी ने भविष्य में भी संस्था में आगमन का आश्वासन देते हुवे अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान हुईं।

भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर चांपा के पूर्व सचिव एवं संरक्षक पद्मश्री डॉ. दामोदर गणेश बापट जी की छठवीं पुण्यतिथि पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन आश्रम परिसर स्थित श्री सिद्धिविनायक गणेश मंदिर परिसर में किया गया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से आए गण मान्य नागरिकों जन प्रतिनिधियों और आश्रम के कार्यकर्ताओं ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित लोगों ने पद्मश्री डॉ. दामोदर गणेश बापट जी के साथ बिताए गए पलों और उनकी पावन स्मृतियों को स्मरण किया। उन्होंने उनके जीवन और कार्यों को याद करते हुए उनके प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। बापट जी सशरीर आज हमारे बीच उपस्थित नहीं हैं, पर वे अपनी अंतहीन उपस्थिति का आभास सदैव कराते रहेंगे |

अपनी संस्था भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रेनगर चाम्पा में 79वें स्वतंत्रता दिवस का उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर संस्था द्वारा ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित किया गया ध्वजारोहण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय सेना में 24 साल अपनी सेवा दे चुके,तथा 1999 कारगिल युद्ध के ऑपरेशन विजय एवं 2001 संसद भवन हमले के ऑपरेशन पराक्रम में शामिल रहे श्री उमाशंकर साहू जी किरीत( नवागढ़) ने सपरिवार सम्मिलित होकर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। विदित हो की अपनी संस्था के राष्ट्रीय पर्वों में प्रतिवर्ष भारतीय सेना में अपनी सेवा दे चुके जवानो को आमंत्रित कर उनकी सेवाओं के प्रति आभार एवं सम्मान व्यक्त किया जाता है इसके पश्चात् , कौशल विकास केंद्र की छात्राओं ने गीत और भाषण की प्रस्तुति दी, जिससे देशभक्ति की भावना को बढ़ावा मिला। छात्राओं के गीत और भाषण ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया और देशभक्ति की भावना को और भी मजबूत किया। संस्था के प्रमुख कार्यकर्ता श्री लोमसराम साहू जी ने स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमें देश की आजादी के लिए शहीद हुए वीरों की याद दिलाता है और हमें देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है। कार्यक्रम में अंतःवासी कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधु, कौशल विकास केंद्र के शिक्षार्थी और संस्था के प्रमुख कार्यकर्ता और सदस्य उपस्थित थे। सभी ने देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देने और स्वतंत्रता दिवस के महत्व को समझने का अवसर प्राप्त किया। कार्यक्रम संचालन कौशल विकास केंद्र प्रमुख बबलू यादव एवं आभार प्रदर्शन संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने किया|

अपनी संस्था भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रेनगर के कार्यालय भवन में आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर देश भर में चलाये जा रहे हर घर तिरंगा अभियान के तहत ग्राम पंचायत अफरीद वार्ड क्रमांक 1 के पंच एवं अपने आश्रम के कार्यकर्त्ता श्री भोलानाथ मांझी जी द्वारा तिरंगा फहराया गया। गौरतलब है कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा अभियान का उद्देश्य नागरिकों में देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा करना है, इसमें कात्रे नगर के कुष्ठ पीड़ित अन्तः वासी भगिनी बंधुओं ने उत्साह एवं उमंग के साथ सहभाग लेते हुवे सभी देशवासियों से हर घर तिरंगा अभियान में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया है

कात्रेनगर में भोजली तिहार की धूम रही। इस अवसर पर अंतःवासी कुष्ठ पीड़ित भगिनियों ने भोजली की टोकरी सिर पर रखकर पारंपरिक भोजली गीत "देवी गंगा देवी गंगा,लहर तुरंगा,हमर भोजली दाई के भीजे आठो अंगा" गाते हुए तालाब के घाट पर पहुंची। वहां विधि-विधान से पूजा-अर्चना के बाद भोजली का विसर्जन किया गया। गौरतलब हो कि भोजली तिहार छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह पर्व रक्षाबंधन के दूसरे दिन मनाया जाता है, जब धान की रोपाई और निंदाई का कार्य अंतिम चरण में होता है।

अपनी संस्था भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रेनगर के भैया-बहनों ने तेजस्विनी बालिका छात्रावास बिलासपुर में हर्षोल्लास के साथ रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया, विदित हो कि तेजस्विनी बालिका छात्रवास अपनी संस्था कात्रे नगर के सरंक्षण में संचालित है जहाँ कुष्ठ पीड़ित दम्पत्तियों के स्वस्थ बालिकाओं का शिक्षण एवं पालन पोषण किया जाता है | रक्षाबंधन के इस पावन पर्व पर, बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना की। भाइयों ने भी अपनी बहनों को उपहार देकर उनके प्रति अपने प्रेम और सम्मान व्यक्त किया। इस अवसर पर उनके पालकों ने भी उपस्थित रह कर उन्हें अपना आशीर्वाद प्रदान किया |

रक्षा का यह बंधन बांधे,हिन्दू तन -मन को पुष्ट करे तन सब सुख साधन,कृतिमय जीवन को...... रक्षाबंधन के पावन अवसर पर कुष्ठ आश्रम कात्रेनगर की सभी बहनों की ओर से आप सभी को मंगलकामनाएं पहुंचे।

जेएसडब्लू प्लांट नरियारा के अधिकारियों ने अपनी संस्था भारतीय कुष्ठ निवारक कात्रे नगर में जिंदल ग्रुप के संस्थापक श्री ओपी जिंदल जी की पंचानवे जन्म जयंती मनाई। इस अवसर प्लांट के महाप्रबंधक अभिषेक शर्मा जी ने जिंदल जी के जीवन संघर्षों पर विचार डालते हुवे बताया कि:- ओपी जिंदल(बाउजी ) का जन्म 7 अगस्त 1930 को हरियाणा के हिसार जिले में हुआ था। उनके पिता एक साधारण किसान थे। जिंदल जी ने अपनी स्कूली शिक्षा अपने गांव में प्राप्त की और इसके बाद उन्होंने अपनी उद्यमशीलता की यात्रा शुरू की और अपने करियर की शुरुआत में एक पाइप निर्माण इकाई स्थापित की, 1969 में जिंदल स्ट्रिप्स लिमिटेड की स्थापना की। उनकी कंपनी ने भारत में स्टील उद्योग में क्रांति ला दी और आज जेएसडब्लू समूह एक अरबों डॉलर की कंपनी है। इस अवसर पर प्लांट के अधिकारीयों ने संस्था को भेंट स्वरूप विभिन्न खाद्य सामग्रियां प्रदान करते हुवे उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी,आश्रम के अन्तः वासी कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधुओं सहित JSW प्लांट से श्री अभिषेक शर्मा जी (महाप्रबंधक),पवन पांडेय जी प्रबंधक ,तथा उज्जवल सिंह जी उप महाप्रबंधक सम्मिलित थे |

कात्रेनगर के सुशील विद्या मंदिर स्कूल में नवोदय वाले गुरु जी के नाम से विख्यात लोकेश यादव जी ने बच्चों को नवोदय, सैनिक स्कूल और प्रयास स्कूल में प्रवेश के लिए निशुल्क मार्गदर्शन प्रदान किया। विदित हो कि लोकेश यादव जी ने अपनी बहुराष्ट्रीय कंपनी की नौकरी छोड़कर ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों को विभिन्न विद्यालयों की प्रवेश परीक्षा के लिए तैयार करने का बीड़ा उठाया है। लोकेश यादव जी ने एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में चार लाख रुपये के सालाना पैकेज वाली नौकरी छोड़ दी और अपने गाँव में जैविक खेती की शुरुआत की। साथ ही, उन्होंने पाँचवीं और आठवीं कक्षा के बच्चों को नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा के लिए निशुल्क प्रशिक्षण देना शुरू किया। उनकी इस पहल से ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे अब प्रतिष्ठित स्कूलों में प्रवेश पा रहे हैं ¹। ज्ञात हो कि लोकेश यादव जी द्वारा पढ़ाये 36 बच्चों का चयन एकलव्य स्कूल में हुआ है और 6 बच्चों का चयन नवोदय विद्यालय स्कूल में हुआ है। उनकी इस पहल से ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को अब शहरों जैसी सुविधाएं मिल रही हैं।

जांजगीर-चांपा जिले के कलेक्टर श्री जन्मजय महोबे जी ने आज कात्रेनगर में चल रहे बॉउंड्री वाल निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। ज्ञात हो कि कात्रे नगर में विभिन्न प्रकार के फलदार वृक्ष लगाने की महत्वाकांक्षी योजना के तहत बाउंड्री वाल निर्माण का कार्य प्रगति पर है। कलेक्टर महोदय ने इस निर्माण कार्य की गुणवत्ता और वस्तु स्थिति का जायजा लेने के लिए विशेष रूप से प्रवास किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर महोदय ने उपस्थित ठेकेदार और इंजीनियर को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, जिससे निर्माण कार्य में और अधिक गति लाया जा सके इसके अलावा, उन्होंने परिसर में वृक्षारोपण भी किया| कलेक्टर महोदय ने संस्था के पदाधिकारियों से भी कुशल चर्चा की और आवश्यक जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण और चर्चा के बाद कलेक्टर महोदय अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान हुवे । इस अवसर पर कलेक्टर महोदय के साथ संस्था के पदाधिकारी,JSW कंपनी के अधिकारियों समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

जांजगीर-चांपा जिले के पुलिस अधीक्षक श्री विजय कुमार पांडे जी (IPS) ने अपने जन्मदिन के अवसर पर मानवता की सेवा का एक अद्वितीय उदाहरण पेश करते हुए अपनी संस्था भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर सोंठी आश्रम में कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधुओं के साथ अपना जन्मदिवस मनाया । एसपी विजय कुमार पांडे जी ने जिले में चलाए जा रहे ऑपरेशन उपहार के तर्ज पर कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधुओं को उपहार भी दिए, जिससे उनकी खुशी और संतुष्टि को देखा जा सकता था साथ ही उन्होंने आश्रम परिसर में आंवले का पेड़ लगाकर वृक्षारोपण भी किया, जो कि पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ छत्तीसगढ़ प्रांत के प्रांत कार्यवाह श्री चंद्रशेखरजी एवं संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी तथा आश्रम के प्रमुख कार्यकर्ता श्री लोमस राम जी ने आश्रम परिवार की ओर से विजय कुमार पांडे जी को शाल श्रीफल एवं पुष्पुच्छ भेंट करते हुए जन्मदिवस की बधाई शुभकामनाएं दीं और आभार व्यक्त किया। श्री सुधीर देव जी ने कहा कि एसपी साहब का यह कार्य मानवता की सेवा के प्रति उनकी निष्ठा और समर्पण को दर्शाता है। इस अवसर पर आश्रम के कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधु और कार्यकर्तागण उपस्थित थे। सभी उपस्थित लोगों ने एसपी विजय कुमार पांडे जी के इस कार्य की सराहना की और उनके दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना की। एसपी श्री विजय कुमार पांडे जी ने अपने जन्मदिन के अवसर पर मानवता की सेवा करने का जो उदाहरण पेश किया है, वह निश्चित रूप से प्रेरणादायक है उनके इस कार्य से न केवल कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधुओं को लाभ होगा, बल्कि समाज में भी एक सकारात्मक सन्देश जायेगा ।

भारतीय कुष्ठ निवारक संघ के संरक्षण में बिलासपुर में संचालित तेजस्विनी कन्या छात्रावास में अपने कात्रे नगर आश्रम के कार्यकर्त्ता श्री मनोज जोगलेकर जी की भांजी सौ .का. वैधवी पांडेय का एक अनोखा विवाह कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस आयोजन के माध्यम से संस्था ने एक बार फिर से अपने सामाजिक दायित्वों को पूरा करने के लिए प्रयास किया और बालिका के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर भारतीय कुष्ठ निवारक संघ के प्रमुख कार्यकर्त्ता श्री लोमस राम जी विजय भगत जी सपरिवार एवं रोशन जी ने संस्था की और से विवाह कार्यक्रम में उपस्थित होकर नवविवाहित जोड़े को शुभकामनाएं एवं आशीर्वाद दी तथा उनके सुखमय जीवन की कामना की।

भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर के 30 एकड़ भूमि में फलदार वृक्ष लगाने के लिए बाउंड्रीवाल निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया। इस आयोजन के माध्यम से संस्था अपने उद्देश्यों को और भी मजबूत बनाने के लिए प्रयासरत है। इस भूमि पूजन कार्यक्रम में संस्था के पदाधिकारियों और सदस्यों ने भाग लिया और विधिवत पूजा-अर्चना कर भूमि पूजन किया। संस्था के इस प्रयास से न केवल पर्यावरण को लाभ होगा, बल्कि यह स्थानीय समुदाय के लिए भी फायदेमंद होगा। इस आयोजन के माध्यम से संस्था ने अपने सामाजिक दायित्वों को पूरा करने के लिए एक और कदम बढ़ाया है। हमें उम्मीद है कि संस्था के इस प्रयास से समाज को लाभ होगा और पर्यावरण की सुरक्षा में भी योगदान होगा।

नर्सिंग कॉलेज जांजगीर की छात्राओं ने अपने शैक्षणिक दौरे के तहत भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रेनगर का भ्रमण किया। इस दौरे के दौरान संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने छात्राओं को संस्था के उद्देश्यों, कार्यों और इसके संस्थापक कात्रे जी एवं संरक्षक बापट जी के जीवन चरित्र एवं संघर्षों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। श्री सुधीर देव जी ने संस्था द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न सामाजिक जागरण के कार्यों का भी ब्यौरा दिया, जिससे छात्राओं को समाज सेवा के प्रति जागरूक किया जा सके। छात्राओं ने इस दौरे को बहुत ही ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक पाया और उन्होंने संस्था के कार्यों की सराहना की। इस दौरे के माध्यम से छात्राओं ने न केवल संस्था के बारे में जानकारी प्राप्त की, बल्कि उन्होंने समाज सेवा के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी समझा। यह दौरा निश्चित रूप से छात्राओं के लिए एक यादगार अनुभव होगा और उन्हें समाज सेवा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।

संत गुरुघासीदास चिकित्सालय समिति कात्रेनगर द्वारा भागोडीह मोहल्ला बम्हनीडीह,जिला -जांजगीर -चाम्पा (छ. ग.) में एक नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर एवं दवाई वितरण का आयोजन किया गया। इस शिविर में लगभग १०० मरीजों ने अपना स्वास्थ्य जांच कर नि:शुल्क दवाइयाँ प्राप्त कीं। शिविर का आयोजन दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक किया गया था, जिसमें मरीजों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की गईं। विदित हो कि समिति द्वारा इस तरह के स्वास्थ्य शिविरों के आयोजनों के माध्यम से समाज के वंचित वर्गों तक हमारे संरक्षक स्वर्गीय श्री दामोदर गणेश बापट जी के सूत्र वाक्य "जन-जन तक स्वास्थ्य सेवा का संकल्प" को ध्येय मानकर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने का निरंतर प्रयास किया जा रहा|

भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर में ग्यारहवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर "एक पृथ्वी,एक स्वास्थ्य के लिए योग" थीम पर सामूहिक योग अभ्यास का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के आसन और प्राणायाम का अभ्यास किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को योग के प्रति जागरूक करना और इसके लाभों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना था। सामूहिक योग अभ्यास में विभिन्न आयु वर्ग के लोगों ने भाग लिया और योग के विभिन्न आसनों और प्राणायाम का अभ्यास किया।

आज 19 जून विश्व सिकल सेल अनीमिया दिवस के अवसर पर अपने आश्रम स्थित चिकित्सालय की मुख्य स्वाथ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नुपूर दवे मैडम द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर चाम्पा में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सिकल सेल के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसके प्रभावों के बारे में जानकारी प्रदान करना था। उक्त जागरूकता कार्यक्रम में डॉ. मैडम ने सिकल सेल के कारणों, लक्षणों और उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी,उन्होंने बताया कि सिकल सेल एक अनुवांशिक विकार है जो हीमोग्लोबिन के उत्पादन को प्रभावित करता है। कार्यक्रम में शिशु मंदिर चाम्पा के बच्चों और शिक्षकों ने भाग लिया और सिकल के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए शपथ ली।

छत्तीसगढ़ में मानसून की पहली आहट के साथ ही किसानों ने खेती की पूर्व तैयारी के लिए थरहा लगाने का कार्य प्रारंभ कर दिया है। इसी कड़ी में अपनी संस्था के कृषि कार्य प्रमुख समीर बाउरी जी के मार्गदर्शन में आज विधि पूर्वक अन्नपूर्णा तथा धरती माता के आह्वान पूजन अर्चन के पश्चात थरहा लगाने का कार्य शुरू किया गया

आज सायं 7 बजे एक दर्दनाक दुर्घटना में ग्राम तिवारी डीपा सोंठी निवासी एक छोटी बच्ची के पैर में कील चुभ जाने के बाद, उसके परिजनों की चिंता बढ़ गई उन्होंने तुरंत चिकित्सालय से सम्पर्क किया इसके पश्चात चिकित्सालय में डॉक्टर नुपुर दवे और उनकी टीम ने त्वरित अद्वितीय चिकित्सकीय कौशल और संवेदनशीलता का प्रदर्शन करते हुए बच्ची का सफल इलाज किया। डॉक्टर नुपुर दवे और स्टाफ नर्स महिमा पटेल ने बच्ची के पैर से कील निकालने के लिए अत्यधिक सावधानी और धैर्य का प्रदर्शन किया। उन्होंने एक्स-रे की जांच कर बच्ची के पैर की स्थिति का मूल्यांकन किया और पैर से सावधानी पूर्वक कील निकालते हुवे उसे सकुशल घर वापस भेजा। बच्ची के परिजनों ने डॉक्टर नुपुर दवे और चिकित्सालय की टीम के प्रति आभार व्यक्त किया। इस घटना ने एक बार फिर से हमारे संस्था एवं चिकित्सालय की सेवा के लिए प्रतिबद्धता और चिकित्सकीय उत्कृष्टता को प्रदर्शित किया है।

कुष्ठ रोगियों की सेवा में अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले, अपनी संस्था के संस्थापक स्व. सदाशिव गोविंद कात्रे स्मृति चिकित्सा सेवा यात्रा के अंतर्गत इस सेवा यात्रा का 30वाँ एवं अंतिम निःशुल्क चिकित्सा शिविर 29 मई 2025 को राजनांदगांव स्थित आशा निकेतन कुष्ठ विकास समिति में सम्पन्न हुआ । शिविर का शुभारम्भ राजनांदगांव नगर निगम के महापौर श्री मधुसूदन यादव जी ने किया। इस अवसर पर गायत्री शिक्षण समिति की उपाध्यक्षा श्रीमती संध्या सिंघल जी, श्रीमान मंयक शर्मा जी ( जिला संयोजक पर्यावरण गतिविधि) एवं युवा समाजसेवी श्री निकुंज सिंघल जी उपस्थित रहे। इस अवसर पर समर्पण फाउंडेशन ट्रस्ट के संस्थापक श्री रवि प्रकाश जी ने इस सेवा यात्रा के सफल आयोजन के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभिन्न संगठनों एवं कार्यकर्ताओं , राष्ट्रीय सेवा भारती एवं भारतीय कुष्ठ निवारक संघ का आभार व्यक्त किया तथा आगामी अगस्त माह में प्रस्तावित सेवा यात्रा में सहयोग का आह्वान भी किया। चिकित्सीय दल में प्रकल्प निदेशिका संतोष रानी, डॉ देव उत्कर्ष, राखी कुमारी, रोहित कुमार, किशन कुमार सम्मिलित रहे। यह सेवा अभियान 14 मई को कोरबा से प्रारंभ हुआ और राजनांदगांव में पूर्ण हुआ। इस सेवा यात्रा के अंतर्गत कुल 30 निःशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित किए गए तथा 7 हजार से अधिक कुष्ठ रोगी भाई-बहन एवं उनके परिवारजन लाभान्वित हुए । यह अभियान समर्पण फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा राष्ट्रीय सेवा भारती एवं भारतीय कुष्ठ निवारक संघ के सहयोग से संचालित किया गया। गौरतलब है कि समर्पण फाउंडेशन ट्रस्ट विगत 17 बर्षों से कुष्ठ रोगी भाई-बहनों की सेवा में समर्पित है तथा अपनी चल चिकित्सालय सेवा के माध्यम से 10 राज्यों की 245 कुष्ठ बस्तियों में नियमित अंतराल पर निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवा रहा है।

समर्पण फाउंडेशन ट्रस्ट दिल्ली एवं भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर चापा के संयुक्त तत्वावधान में स्व. सदाशिव गोविंद कात्रे जी की स्मृति में चलाए जा रहे चिकित्सा सेवा यात्रा का विगत दिनों दुर्ग डिपरा पारा जे आर डी स्कूल के पीछे कुष्ठ कालोनी दुर्ग में आयोजन हुआ । जिसमें डॉक्टर मनोज दानी जी, मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी दुर्ग एवं श्री श्याम शर्मा जी, महापौर नगर निगम दुर्ग ने शिविर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर डॉक्टर अभिषेक श्रीवास्तव जी, जिला कुष्ठ अधिकारी दुर्ग जिला, श्री रवि प्रकाश जी, संस्थापक समर्पण फाउंडेशन ट्रस्ट, श्री दुर्गा प्रसाद जी और श्री गुलाब वर्मा जी उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने चिकित्सा सेवा यात्रा की सराहना की दुर्ग जिले के वरिष्ठ अधिकारी डॉक्टर मनोज दानी एवं दुर्ग महापौर के आने से चिकित्सा शिविर में समर्पण फाउंडेशन ट्रस्ट का उत्साह और बढ़ गया। इसके साथ-साथ स्थानीय समुदाय में चिकित्सा शिविर के प्रति विश्वास और समर्थन बढ़ा।

आज 28 मई विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के अवसर पर अपने चिकित्सालय की मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी सुश्री डॉ नुपूर दवे मैडम जी ने अलग-अलग सत्रों में चाम्पा क्षेत्र के आरएमओ और मितानिनों तथा पूरे छत्तीसगढ़ प्रांत से प्रांतीय आचार्य प्रशिक्षण वर्ग में आये शिशु मंदिर की शिक्षिकाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाली समस्याओं, इससे जुड़ी भ्रांतियों और उन दिनों बरती जाने वाली स्वच्छता के विषय में जागरूक किया। शिक्षिकाओं और मितानिनों को जागरूक करने से न केवल वे स्वयं अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकेंगी, बल्कि वे अपने समुदाय में भी जागरूकता फैला सकेंगी। इससे समाज में मासिक धर्म के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और महिलाएं अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकेंगी। इस दौरान उन्होंने मासिक धर्म से सम्बंधित उनके विभिन्न प्रश्नों का भी संतोषजनक समाधान किया |

छत्तीसगढ़ प्रांत के विभिन्न जिलों से आचार्य दक्षता वर्ग में सम्मिलित होने चाम्पा आये लगभग 250 आचार्य एवं दीदियों का एक समूह आज अपनी संस्था कात्रे नगर सोठी आश्रम दर्शन हेतु पहुंचा। इस अवसर पर संस्था प्रमुख श्री सुधीर जी ने उन्हें संस्था के उद्देश्य, कार्यक्रमों,संस्था स्थापना में कात्रे जी एवं बापट जी के संघर्षों के विषय में जानकारी दी और संस्था द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न समाज सेवा हित कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान संस्था दर्शन हेतु आये समूह को आश्रम के कार्यकर्ताओं द्वारा अल्पाहार कराया गया, जिसके पश्चात उन्होंने पूरे संस्था परिसर का भ्रमण किया। समूह ने संस्था द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न प्रकल्पों का अवलोकन किया, जिनमें गौशाला,मंदिर गोबर खाद, केंचुआ खाद, चिकित्सालय, छात्रावास और बागवानी शामिल हैं। सभी आचार्य एवं दीदियों ने संस्था के कार्यों और व्यवस्थाओं की सराहना की। इस अवसर पर श्री सुधीर देव जी ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से समाज में कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने और संस्था के कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद मिलती है। यह भ्रमण न केवल ज्ञानवर्धक था, बल्कि यह संस्था के कार्यों को और अधिक प्रचारित करने का अवसर भी प्रदान करता है।

कुष्ठ रोगी भाई-बहनों की सेवा में अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले, भारतीय कुष्ठ निवारण संघ के संस्थापक स्व. सदाशिव राव गोविंद कात्रे स्मृति चिकित्सा सेवा यात्रा के अंतर्गत इस सेवा यात्रा का 18वाँ निःशुल्क चिकित्सा शिविर आज 22 मई 2025 को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में आयोजित किया गया। अनुभवी चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य परामर्श एवं आवश्यकतानुसार दवाएं-इंजेक्शन, महिलाओं को सैनेट्री पैड भी निःशुल्क वितरित किए गए। चिकित्सीय दल में प्रकल्प निदेशिका संतोष रानी, डॉ देव उत्कर्ष, राखी कुमारी, रोहित कुमार, किशन कुमार सम्मिलित रहे। यह सेवा अभियान 14 मई को कोरबा से प्रारंभ हुआ एवं 29 मई को राजनांदगांव में पूर्ण होगा। इस सेवा यात्रा के अंतर्गत कुल 31 निःशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित किए जाएंगे। यह अभियान समर्पण फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा राष्ट्रीय सेवा भारती एवं भारतीय कुष्ठ निवारण संघ के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। गौरतलब है कि समर्पण फाउंडेशन ट्रस्ट विगत 17 बर्षों से कुष्ठ रोगी भाई-बहनों की सेवा में समर्पित है तथा अपनी चल चिकित्सालय सेवा के माध्यम से 10 राज्यों की 245 कुष्ठ बस्तियों में नियमित अंतराल पर निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवा रहा है।

जांजगीर- चापा लोकसभा क्षेत्र की माननीय सांसद महोदया श्रीमती कमलेश जांगड़े दीदी जी ने समर्पण फाउंडेशन ट्रस्ट के चिकित्सीय दल का कात्रेनगर स्थित सिद्धविनायक मंदिर परिसर में स्वागत एवं सम्मान किया। विदित हो कि सदाशिव गोविंद कात्रे जी की स्मृति में छत्तीसगढ़ प्रांत के विभिन्न कुष्ठ बस्तियों में समर्पण फाउंडेशन ट्रस्ट एवं भारतीय कुष्ठ निवारण संघ द्वारा आयोजित चल चिकित्सा अभियान में मरीजों को नि:शुल्क मरहम पट्टी,चिकित्सकीय जाँच एवं दवाइयों का वितरण इस दल के द्वारा किया जा रहा है,उनके योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया गया। सांसद महोदया श्रीमती कमलेश जांगड़े दीदी जी ने चिकित्सीय दल का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से क्षेत्र के लोगों को लाभ होगा। उन्होंने समर्पण फाउंडेशन ट्रस्ट और भारतीय कुष्ठ निवारक संघ के प्रयासों की सराहना की और उनके कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए समर्थन देने की बात कही। इस अवसर पर प्रोजेक्ट डायरेक्टर संतोष रानी दीदी ने भी सांसद महोदया को ट्रस्ट का मोमेंटो भेंट कर उनका अभिनंदन किया।

कहाँ मरा हूँ विधि के हाथों,दुःख के चिन्हों संग अमर हूँ करुण मनुष्य के क्रंदन संग ,राष्ट्र धर्म का महासमर हूँ | तम के घन में करके विचरण,जब प्रकाश फैलाएगा उन विकृत सी छायाओं में,मेरा चेहरा दिख जायेगा || भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर चाम्पा के संस्थापक स्वर्गीय श्री सदाशिव गोविंद कात्रे जी की ४८वीं पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि समारोह में संस्था के सभी अंतःवासी कुष्ठ पीड़ित भाइयों और बहनों ने उन्हें पुष्प अर्चन कर याद किया और श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वे कात्रे जी के आदर्शों और सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाएं और उनके सपनों को साकार करने के लिए काम करें। समारोह में उपस्थित सभी लोगों ने स्वर्गीय श्री सदाशिव गोविंद कात्रे जी की स्मृति में श्रद्धांजलि अर्पित की

समर्पण फाउंडेशन ट्रस्ट एवं भारतीय कुष्ठ निवारक संघ के सहयोग से संचालित समर्पण चल चिकित्सालय सेवा के माध्यम से कुष्ठ रोगी भाई-बहनों की सेवा में अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले भारतीय कुष्ठ निवारक संघ के संस्थापक स्व. सदाशिव राव गोविंद कात्रे जी की स्मृति में छत्तीसगढ़ प्रांत की चिकित्सा सेवा यात्रा का शुभारंभ आज सोंठी आश्रम कात्रे नगर से हुआ चिकित्सा सेवा यात्रा के उद्देश्य: 1. कुष्ठ रोगी भाई-बहनों की सेवा: इस यात्रा का उद्देश्य कुष्ठ रोगी भाई-बहनों को निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है। 2. जागरूकता फैलाना: इस यात्रा के माध्यम से कुष्ठ रोग के बारे में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जाएगा। चिकित्सा शिविर का आयोजन: इस अवसर पर परिसर में रहने वाले कुष्ठ रोगी भाई-बहनों के लिए चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में कुष्ठ रोगी भाई-बहनों के घावों की साफ-सफाई एवं मरहम-पट्टी, आवश्यक स्वास्थ्य जांच और दवाएं निःशुल्क वितरित की गईं। सेवा यात्रा की विशेषताएं: 1. 30 कुष्ठ बस्तियों में निःशुल्क चिकित्सा शिविर: यह सेवा यात्रा छत्तीसगढ़ प्रांत में स्थित 30 कुष्ठ बस्तियों में निःशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित करेगी। 2. 29 मई को राजनांदगांव में पूर्ण होगा: यह अभियान 29 मई को राजनांदगांव में पूर्ण होगा। स्व. सदाशिव गोविंद राव कात्रे स्मृति चिकित्सा सेवा यात्रा एक महत्वपूर्ण पहल है जो कुष्ठ रोगी भाई-बहनों को निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए समर्पित है। इस यात्रा के माध्यम से कुष्ठ रोग के बारे में जागरूकता फैलाने और रोगियों को आवश्यक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा।

छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के संरक्षण में भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रेनगर गौशाला द्वारा आयोजित गौग्राम जनजागरण यात्रा का अविस्मरणीय समापन ग्राम हथनेवरा में संपन्न हुआ। इस षड्दिवसीय यात्रा ने चालीस से अधिक ग्रामों को आलोकित करते हुए गौ माता की महिमा को जन-जन तक पहुंचाने का पुनीत उद्देश्य सिद्ध किया। समापन समारोह में छत्तीसगढ़ खनिज आयोग निगम के अध्यक्ष श्री सौरभ सिंह जी, कथावाचक महाराज श्री राजेंद्र शर्मा जी संघ के छत्तीसगढ़ प्रान्त कार्यवाह श्री चंद्रशेखर देवांगन जी और अन्य गणमान्य जनों की गरिमामयी उपस्थिति रही। ग्रामवासियों ने गौ रथ का दीप आरती और फूलों की वर्षा से अभिनंदन किया, जो एक अद्वितीय दृश्य था। गौग्राम जनजागरण यात्रा के माध्यम से गौ माता की महिमा और महत्व को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। इस यात्रा ने ग्रामवासियों को गौ माता के प्रति जागरूक किया और उनकी रक्षा और सेवा के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में गौ सेवक साथियों द्वारा गौ रथ को पूरे गांव में भ्रमण कराया गया, जहां ग्रामीण माता-बहनों ने दीप आरती थाल सजाकर रथ का स्वागत अभिनंदन किया। इस अवसर पर कात्रेनगर आश्रम के सचिव श्री सुधीर देव जी, संस्था के अध्यक्ष श्री लक्ष्मी सोनी जी, यात्रा संयोजक श्री रामप्रकाश केसरवानी जी श्री लोमस राम जी सहित समस्त माता-बहनें गौ पालन में काफी संख्या में उपस्थित थे। गौग्राम जनजागरण यात्रा का समापन एक सफल आयोजन रहा, जिसने गौ माता की महिमा को जन-जन तक पहुंचाया और ग्रामवासियों को गौ माता के प्रति जागरूक किया। इस यात्रा के माध्यम से गौ माता की रक्षा और सेवा के लिए एक नई पहल की गई है, जो निश्चित रूप से एक सकारात्मक परिणाम देगी।

जिले के नवपदस्थ कलेक्टर श्री जन्मजय महोबे ने आज प्रातः अपने पहले प्रवास में भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने संस्था के संस्थापक श्री सदाशिव गोविंद कात्रे जी और पद्मश्री डॉ. दामोदर गणेश बापट जी को नमन किया और उनके कार्यों को याद किया। मंदिर में दर्शन और पूजन:- कलेक्टर श्री महोबे ने इसके बाद परिसर स्थित मंदिर में गणेश भगवान का दर्शन और पूजन किया। उन्होंने भगवान की पूजा-अर्चना की और क्षेत्र की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। संस्था के कार्यों की सराहना:- कलेक्टर श्री महोबे जी ने संस्था द्वारा संचालित विभिन्न इकाइयों का दौरा किया। उन्होंने कुष्ठ रोगियों द्वारा निर्मित चटाई, दरी, केंचुआ खाद, गोबर खाद और गौशाला का अवलोकन किया। इसके अलावा, उन्होंने चिकित्सालय, कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र और सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का भी दौरा किया। कलेक्टर ने संस्था के कार्यों की सराहना की और कहा कि यह संस्था समाज के लिए एक आदर्श उदाहरण है। भविष्य में सहयोग का आश्वासन:- कलेक्टर श्री महोबे ने कहा कि वह भविष्य में संस्था को हर संभव सहयोग प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि संस्था के कार्य न केवल कुष्ठ रोगियों के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए भी लाभदायक हैं। इस अवसर पर, संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने कलेक्टर श्री महोबे को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। इसके अलावा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ छत्तीसगढ़ प्रांत के प्रांत कार्यवाह श्री चंद्रशेखर देवांगन एवं संस्था के अध्यक्ष श्री लक्ष्मी सोनी जी ने शॉल और श्रीफल देकर उनका सम्मान किया। जांजगीर-चापा जिले के नवपदस्थ कलेक्टर श्री जन्मजय महोबे का भारतीय कुष्ठ निवारक संघ का दौरा निश्चित रूप से संस्था के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण था। कलेक्टर के इस दौरे से संस्था को भविष्य में और अधिक सहयोग मिलने की उम्मीद है, जिससे कुष्ठ रोगियों के जीवन में सुधार लाया जा सके।

"गौ ग्राम जन जागरण यात्रा का शुभारंभ" भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर गौशाला एवं छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग छत्तीसगढ़ शासन के मार्गदर्शन में गौ ग्राम जन जागरण यात्रा का शुभारंभ आज प्रातः कात्रे नगर से हुआ। इस अवसर पर गौ माता की आरती एवं पूजन किया गया और गौशाला में सेवा दे रहे गौ सेवकों का श्रीफल एवं तिलक लगाकर स्वागत सम्मान किया गया। इसके बाद मंदिर में आरती के साथ यात्रा की शुरुआत की गई। यह यात्रा गौ संरक्षण और गौ सेवा के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से आयोजित की गई है। इस यात्रा के माध्यम से लोगों को गौ माता के महत्व और उनकी सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा।

"गौ ग्राम जन जागरण यात्रा का शुभारंभ" भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर गौशाला एवं छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग छत्तीसगढ़ शासन के मार्गदर्शन में गौ ग्राम जन जागरण यात्रा का शुभारंभ आज प्रातः कात्रे नगर से हुआ। इस अवसर पर गौ माता की आरती एवं पूजन किया गया और गौशाला में सेवा दे रहे गौ सेवकों का श्रीफल एवं तिलक लगाकर स्वागत सम्मान किया गया। इसके बाद मंदिर में आरती के साथ यात्रा की शुरुआत की गई। यह यात्रा गौ संरक्षण और गौ सेवा के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से आयोजित की गई है। इस यात्रा के माध्यम से लोगों को गौ माता के महत्व और उनकी सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा।

सन्त गुरु घासीदास चिकित्सालय, कात्रे नगर चाम्पा द्वारा आज दिनांक 3 मई 2025 को गोंड आदिवासी बहुल सबरिया डेरा के निवासियों के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर एवं दवा वितरण का आयोजन किया गया। इस शिविर में चिकित्सालय की टीम ने आदिवासी समुदाय के लोगों की स्वास्थ्य जांच की और उन्हें निःशुल्क दवाएं प्रदान कीं।

भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर चाम्पा के संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने रेलवे बिलासपुर मंडल के डीआरएम श्री राजमल खोईवाल से मुलाकात की। इस दौरान, उन्होंने अपनी संस्था के बारे में विस्तृत जानकारी दी और बताया कि संस्था किस प्रकार कुष्ठ रोगियों की सेवा और पुनर्वास के लिए काम कर रही है। श्री सुधीर देव जी ने डीआरएम श्री राजमल खोईवाल को यह भी बताया कि संस्था के संस्थापक श्री सदाशिव गोविंद कात्रे जी पूर्व में रेलवे के ही कर्मचारी थे। इस अवसर पर दोनों के बीच शिष्टाचार भेंट हुई और संस्था के कार्यों के प्रति डीआरएम ने प्रसन्नता व्यक्त की। इस मुलाकात के दौरान, दोनों के बीच संस्था और रेलवे के बीच संभावित सहयोग के बारे में भी चर्चा हुई। श्री सुधीर देव जी ने उम्मीद जताई कि इस मुलाकात से संस्था के कार्यों में और भी गति आएगी और कुष्ठ रोगियों के लिए बेहतर सेवाएं प्रदान करने में मदद मिलेगी। इस भेंट में DRM श्री राजमल जी के साथ श्री नवीन जी एवं त्रिवेदी जी भी उपस्थित थे |

भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर चाम्पा के पूर्व सचिव एवं संरक्षक सेवाव्रती कर्मयोगी देहदानी पद्मश्री डॉ. दामोदर गणेश बापट की जन्म जयंती के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर समस्त आश्रम वासियों ने उनके प्रति सम्मान और आभार व्यक्त किया। श्री दामोदर गणेश बापट जी का जन्म, दिनांक 29 -04 -1935 को ग्राम पथरोट जिला अमरावती में हुआ था। बापट जी की पढाई कजगांव (जलगाँव )में हुई।मिडिल स्कूल मुर्तिजापुर तथा हाई स्कूल की पढाई नागपुर में हुई ,उन्होंने बी.ए. बी.कॉम. तक पढाई की। कॉलेज की डिग्री लेने के बाद वे कलकत्ता सेल्स एंड इंडस्ट्रीज प्रा .लि .कंपनी में नौकरी करते हुए,34 नं. अरमेनियम बड़ाबाजार कलकत्ता में रहते थे ,वे सन 1967 तक कलकत्ता में रहे |वर्ष २०१८ में उन्हें कुष्ठ सेवा में अतुलनीय योगदान के लिए पद्म पुरुस्कार से अलंकृत किया गया कार्यक्रम के दौरान बापट जी की स्मृति में स्थापित तुलसी वृंदावन पर दीप जलाकर उनके चित्र पर माल्यार्पण किया गया। इस अवसर पर संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने बापट जी के जीवन और कार्यों को याद करते हुए उनके बताए मार्गों पर चलने का आवाहन किया। उन्होंने कहा कि बापट जी की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए हमें उनके दिखाए रास्ते पर चलना होगा कार्यक्रम में प्रमुख रूप से आश्रम के समस्त कुष्ठ पीड़ित अंतःवासी भगिनी बंधुओं समेत आश्रम के कार्यकर्ता गण उपस्थित थे। सभी ने डॉ. बापट के जीवन और कार्यों को याद करते हुए उनके प्रति सम्मान और आभार व्यक्त किया।

कात्रे जी ने सब तरफ से निराश होकर झांसी छोड़ दी, सुना था छत्तीसगढ़ में ईसाई मिशनरीज द्वारा एक चिकित्सालय बिलासपुर के पास संचालित है ,कात्रे जी पूछते पूछते उस चिकित्सालय में पहुंचे| बिलासपुर रायपुर बस मार्ग पर लगभग तीस किलोमीटर दुरी पर बैतलपुर नामक स्थान पर कुष्ठ चिकित्सालय ईसाई धर्म प्रचारकों द्वारा संचालित था ,ईसाई मतावलंबियों की संख्या बढ़ाने में उनका ध्यान विशेष रूप से रहता था ,इलाज तो ठीक होता था ,मरीजों की सेवा एवं देखभाल भी उत्तम रीति से करते थे| श्री कात्रे जी को यहाँ के उपचार में थोड़े ही दिनों में आराम मिला ,उनका सतर्क मन शांत बैठ नहीं सकता था ,वे चिकित्सालय की सम्पूर्ण गतिविधियों का सूक्ष्म निरीक्षण करते रहे ,उनके ध्यान में आया कि निर्धन असहाय अशिक्षित हिन्दू बंधुओं को इलाज की आड़ में मतांतरित किया जा रहा है उनका स्वयंसेवकत्व जाग उठा और समय पाकर वे मरीजों को समझाने लगे कि अपना धर्म परिवर्तन न करें | डॉक्टर आयझेक श्री कात्रे जी का ईलाज कर रहे थे ,कात्रे जी ने एक दिन डॉक्टर से कहा कि अप लोग सेवा तो बहुत अच्छी तरह करते हैं परन्तु गरीब लोगों को मतांतरित करते हैं यह अच्छा नहीं है , डॉक्टर आयझेक ने उत्तर दिया -मिस्टर कात्रे मैं भी मतान्तरण को अच्छा नहीं मानता ,डॉक्टर आयझेक के विचारों से कात्रे जी को बल मिला | वे वहां के मरीजों से बातचीत करके मतान्तरण के विरोध में स्वर उठाने लगे इसकी भनक वहां के प्रबंधकों को लगी तो उन्होंने कुछ मरीजों की दवाई तथा मिलने वाली सुविधा बंद कर दी कात्रेजी को अब खुलकर सामने आना पड़ा | संगठित मरीजों ने चिकित्सालय प्रबंधन के खिलाफ आन्दोलन प्रारम्भ कर दिया ,इस आन्दोलन में कहीं न कहीं डॉक्टर आयझेक भी शामिल थे ,प्रबंध कमेटी ने डॉ आयझेक का तत्काल स्थानान्तरण कर दिया | मतान्तरण की शिकायत सरकार को भी की गई, श्री कात्रे जी के नेतृत्त्व में कुछ लोग महामहिम राज्यपाल हरिभाऊ पाटस्कर जी से मिले | पूरी कथा सुनने के बाद पाटस्कर जी ने कहा कि उनकी शिकायत करने मात्र से कुछ नहीं होगा ,वे सात समुन्दर पार आकर चिकित्सा का कार्य कर रहे हैं हमें भी इस प्रकार का कार्य खड़ा करना चाहिये | कात्रे जी का आन्दोलन लगभग दो माह चला, अंत में कात्रे जी को भी बैतलपुर छोड़ना पड़ा |

गौ सेवा आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री विशेषर पटेल जी का विगत दिनों अपनी संस्था दर्शन हेतु आगमन हुआ। इस दौरान उन्होंने अपनी संस्था स्थित संचालित स्व. जीवन लाल साव स्मृति गौशाला का निरीक्षण किया और गौशाला की स्थिति को देखते हुए उसकी प्रशंसा की एवं आगामी गौ ग्राम यात्रा कार्यक्रम हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। गौ ग्राम यात्रा कार्यक्रम के तहत गौशाला की सेवाएं और भी विस्तार से प्रदान की जाएंगी, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में गौ पालन और विकास को बढ़ावा मिलेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

अपनी संस्था भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रेनगर द्वारा संचालित कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र में 14 अप्रैल को भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर पधारे अतिथियों ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला और उनके चित्र में पुष्पार्चन करते हुवे उनके योगदान को याद किया। कार्यक्रम में उनके जीवन और कार्यों पर चर्चा की गई सामाजिक और राजनीतिक योगदान को याद किया गया और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन सामाजिक न्याय और समानता के प्रति अंबेडकर जी के योगदान को याद करने और युवाओं को उनके आदर्शों पर चलने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से किया गया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में श्री मनहरण चंद्रा जी( मान. खण्ड संघचालक,बम्हनीडीह खण्ड) श्री सनत टंडन जी (चैयरमैन सूर्या फाउंडेशन)श्री गणेश कोसले जी सहित कौशल विकास केंद्र के शिक्षक एवं प्रशिक्षार्थी सम्मिलित हुवे। कार्यक्रम संचालन श्री बबलू यादव जी ने किया।

भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रेनगर चांपा के स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं | 63 वर्ष पहले अपने कार्य को एक संस्था का स्वरूप दिया जाये एवं संस्था के लिए दान तथा सहयोग का आग्रह किया जाये ऐसा विचार कात्रे जी के मन में प्रारम्भ हुआ, इस आशय का पत्र कात्रेजी ने मार्गदर्शन हेतु परम पूजनीय श्री गुरूजी को लिखा | साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ के प्रबुद्ध जनों से चर्चा प्रारम्भ की और मध्यप्रदेश सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट1959,कंडिका 6(1)1960 के अंतर्गत "भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर चाम्पा" के नाम से दिनांक 5 अप्रैल 1962 को विधिवत एक संस्था का पंजीयन किया गया ,इसके संस्थापक सदस्य निम्नानुसार हैं-

सन्त गुरु घासीदास चिकित्सालय में गत दिवस सफल निःशुल्क नेत्र शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। इस शिविर में, अनुभवी नेत्र विशेषज्ञों द्वारा निःशुल्क नेत्र जांच की गई और आवश्यक रोगियों को चश्मे भी वितरित किए गए। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देना और नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना था। शिविर में उपस्थित लोगों को नेत्र स्वास्थ्य के महत्व और नियमित जांच के लाभों के बारे में भी जानकारी दी गई। इस निःशुल्क नेत्र शिविर के माध्यम से,भारतीय कुष्ठ निवारक संघ ने समाज के वंचित वर्गों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया है। ज्ञात हो कि इसके पूर्व भी आश्रम द्वारा आयोजित होने वाले विशाल नेत्र शिविरों ने क्षेत्र की जनता को अत्यधिक लाभ पहुंचाया है। इन शिविरों के माध्यम से आश्रम ने न केवल नेत्र संबंधी समस्याओं का निदान और उपचार प्रदान किया है, बल्कि लोगों को नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी किया है। इन शिविरों की सफलता का प्रमाण यह है कि क्षेत्र की जनता ने इनसे अत्यधिक लाभ उठाया है और अपनी नेत्र संबंधी समस्याओं का समाधान पाया है। भारतीय कुष्ठ निवारक संघ की यह पहल क्षेत्र के लोगों के लिए एक वरदान साबित हुई है और उनके स्वास्थ्य और कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

अपनी संस्था भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रेनगर चाम्पा में होली पर्व बड़े हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सभी सदस्यों ने साथ बैठकर रंगों की मस्ती में डूबते हुवे पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लिया और संगीत की धुन में थिरकते हुए एक दूसरे के ऊपर रंग लगाया। इस त्योहार के दौरान संस्था के सभी अन्तः वासी कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधुओं कार्यकर्ताओं ने अपने मतभेदों को भूलकर एक दूसरे के साथ मिलकर रंगों का आनंद लिया। बच्चों ने भी इस त्योहार में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने दोस्तों के साथ रंगों की होली खेली। इस अवसर पर संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने सभी सदस्यों को होली की शुभकामनाएं दीं और इस त्योहार के महत्व को समझाते हुए उन्होंने कहा कि होली एक ऐसा त्योहार है जो हमें एकता, प्रेम और सहयोग की भावना को बढ़ावा देता है। सभी सदस्यों ने मिलकर होली की मस्ती का भरपूर आनंद लिया और इस अवसर को यादगार बनाने के लिए फोटो खिंचवाए।

अपने संस्था द्वारा संचालित सुशील विद्या मंदिर में गत दिवस वर्षिक उत्सव एवं प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों, शिक्षकों, और अभिभावकों ने भाग लिया। समारोह की शुरुआत मुख्य अतिथि जी द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। इसके बाद विद्यालय के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिनमें नृत्य, गायन, और नाटक शामिल थे। समारोह के मुख्य आकर्षण प्रतिभा सम्मान समारोह था, जिसमें विद्यालय के उत्कृष्ट छात्रों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मान .श्री मनहरण लाल चंद्रा जी (खंड संघचालक बम्हनीडीह), विशिष्ट अतिथि श्रीमती बिंदु शाश्वत धर दीवान (सरपंच,ग्राम पंचायत अफरीद) श्री दुष्यंत सिंह चंदेल (सरपंच,ग्राम हथनेवरा)श्री कन्हैया लाल पटेल (सरपंच ग्राम सोंठी ) ,श्री शिव जयसवाल (सदस्य ,सरस्वती ग्राम शिक्षा समिति ,जांजगीर चाम्पा ) तथा अध्यक्षता श्री रविन्द्र सराफ (सचिव,सुशील विद्या मंदिर कात्रे नगर ) ने की और छात्रों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए। अन्य अतिथियों में श्री सोनू जायसवाल ,बम्हनीडीह ,पुनीराम सूर्यवंशी ,घनश्याम सिंह ,चंद्रमणि सिंह ,हेमलता पटेल,भोलाराम मांझी ,सनत टंडन एवं हीराराम सूर्यवंशी शामिल थे | इस अवसर पर प्रधानाचार्य गोपाल टंडन जी ने कहा, "हमारा विद्यालय छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों को भी सिखाने का प्रयास करता है। हमें अपने छात्रों की प्रतिभा पर गर्व है और हम उन्हें भविष्य में भी सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।" समारोह के अंत में विद्यालय के छात्रों और शिक्षकों ने साथ में अल्पाहार किया और एक दूसरे के साथ बातचीत की। यह समारोह विद्यालय के लिए एक यादगार दिन था और छात्रों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का एक अच्छा अवसर प्रदान किया।

संत गुरु घासीदास चिकित्सालय कात्रे नगर की मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नूपुर दवे मैडम के नेतृत्व में संजय राणा (सांगली, महाराष्ट्र) के फुट फिंगर का सफलतापूर्वक एम्प्यूटेशन किया। संजय राणा डेक्टिलोसिस स्पॉन्टेनियस नामक एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित हैं। वे जन्मजात मूक बधिर हैं और उनकी यह स्थिति उनके दैनिक जीवन को बहुत प्रभावित करती है। सर्जरी के बाद, संजय राणा की स्थिति में सुधार हुआ है और वह अब अपने पैरों का उपयोग करने में सक्षम हैं। उनके परिवार ने डॉ नूपुर दवे और उनकी टीम को उनकी सफलता के लिए धन्यवाद दिया है।

छत्तीसगढ़ में चल रहे त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव में कात्रे नगर के कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधुओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए अपने पसंदीदा उम्मीदवारों को वोट दिया। इस चुनाव में भाग लेने वाले कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधुओं ने अपने उत्साह और जोश का प्रदर्शन किया और मतदान प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेते हुए शत प्रतिशत मतदान किया। इस अवसर पर, भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर चांपा के संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने कहा कि "यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो समाज में कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधुओं के अधिकारों और सम्मान को बढ़ावा देगा। इस चुनाव की मतदान प्रक्रिया में भाग लेने वाले समस्त कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधुओं को उनके उत्साह और जोश के लिए मैं बधाई देता हूं।" See less

कात्रेजी का जीवन निर्वासित जैसा हो गया था ,बीमारी बढ़ते जा रही थी घर परिवार से दूर मंदिर में एक कोने में उन्होंने डेरा बना लिया था,इसे परिवार की क्रूरता कहना उचित नहीं होगा, कुष्ठ की सामाजिक पहचान एवं मान्यता ही उस काल में वैसी वीभत्स थी ,पुत्री की जिम्मेदारी से तो वे मुक्त हो गये थे परन्तु माताजी की जिम्मेदारी उन पर बनी हुई थी| पुत्र के शरीर क्षरण से माता का ह्रदय विदीर्ण होना स्वाभाविक है ,इधर कात्रे जी का शरीर गल रहा था उधर माँ का ह्रदय क्रंदन कर रहा था , ऐसी कठिन मानसिक अवस्था से कात्रेजी गुजर रहे थे | एक दिन अपनी सारी जमा पूंजी (बाईस तोला सोना, चांदी के बर्तन ,माँ एवं पत्नी के गहने ) अन्य कीमती सामान तथा अपनी माताजी को बहन के सुपुर्द करके अपना ठीक से इलाज करवाने हेतु वर्धा -अमरावती की तरफ निकल गये, शरीर अवश्य घर परिवार से दूर हो गया था परन्तु मन माँ-बहन बेटी में ही लगा रहता था | सशक्त समर्थ सक्रिय उर्जावान,असहाय निष्क्रिय निराश्रित दयनीय अवस्था में परिवार से दूर भटक रहा था| 1954 में कात्रे जी की माताजी भी संसार से चल बसी ,दुखद समाचार सुनकर कात्रे जी वापस आए और पुरे विधि-विधान से माँ का अंतिम संस्कार किया ,वापस जाते समय रखा हुआ सामान माँगा तो बहन साफ़ मुकर गई | कात्रे जी के पास अब कुछ भी नहीं बचा था वे अपनी पुत्री के पास भी नहीं गये ,कात्रे जी का शरीर ऐसा हो गया था कि उसके दर्शन मात्र से घृणा ही उत्पन्न होती थी, संसार में अपना कहने के लिए बहुत लोग होते हुवे भी कोई नहीं था ,उन्होंने अपनी नौकरी से त्याग पत्र दे दिया उससे अठारह हजार की राशि मिली वह लेकर वे अनजान रास्ते पर चल पड़े |

2005 बैच छत्तीसगढ़ केडर के आईपीएस अधिकारी और छत्तीसगढ़ के I.G.( CAF) श्री आरिफ हुसैन जी ने हमारी संस्था का दौरा किया। श्री आरिफ हुसैन, जो पहले रायपुर रेंज के आईजी थे, ने संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी एवं नारायण देव शर्मा जी से शिष्टाचार भेंट करते हुए उनका कुशल क्षेम जाना,यह एक स्नेहपूर्ण मिलन था, जिसमें उन्होंने एक दूसरे के साथ अपने अनुभवों और ज्ञान को साझा किया। यह उल्लेखनीय है कि श्री आरिफ हुसैन का हमारी संस्था से विशेष स्नेह संबंध रहा है, जब वे जांजगीर-चांपा जिले में एसपी थे उन्होंने हमारी संस्था के साथ मिलकर कई महत्वपूर्ण कार्य किए थे, जिन्होंने समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद की थी। आज की भेंट एक सुंदर और सार्थक मिलन थी, जिसने हमारी संस्था और श्री आरिफ हुसैन के बीच के संबंधों को और मजबूत बनाया।

छत्तीसगढ़ योग आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री रूपनारायण सिन्हा जी का गत दिवस अपने संस्था दर्शन हेतु आगमन हुआ ,इस दौरान संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने उनका आत्मीय स्वागत करते हुवे उनसे विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की | परिसर स्थित सिद्धि विनायक गणेश मंदिर परिसर में पूजन अर्चन करने के पश्चात् वे अपने गंतव्य की और प्रस्थान हुऐ |

कात्रे नगर कुष्ठ आश्रम में महात्मा गाँधी के निर्वाण दिवस पर उन्हें याद किया गया ,प्रतिवर्षानुसार प्रातः ११ बजे दो मिनट का मौन रखकर बापू द्वारा कुष्ठ रोगियों के कल्याण के लिए किये गये प्रयासों को स्मरण किया गया | इस अवसर पर संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने संबोधित करते हुवे कहा कि -"राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि को कुष्ठ दिवस के रूप में मनाया जाता है क्यूंकि गाँधी जी कुष्ठ रोगियों के प्रति पूरी स्नेह एवं सेवा की भावना रखते थे,उन्होंने कुष्ठ रोगियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के काफी प्रयास किये, कुष्ठ रोग कोई अभिशाप नहीं एक सामान्य जीवाणु जनित बीमारी है जिसका आसन सा इलाज है ,यह तंत्रिका तंत्र सम्बंधित बीमारी है समय पर इलाज करवाने से कुष्ठ रोग पूर्णतया ठीक हो जाता है | " कार्यक्रम के अंत में सभी अन्तःवासी कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधुओं द्वारा बापू के प्रिय भजनों में से एक "रघुपति राघव राजा राम" गाकर तथा उनके चित्र में पुष्प अर्चन करते हुवे श्रधांजलि दी गई |

सोंठी आश्रम कात्रे नगर में गणतंत्र दिवस का पर्व बड़े हर्ष और उत्साह के साथ मनाया गया,कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय ध्वज के आरोहण के साथ हुई ,इसके बाद विभिन्न गीतों के माध्यम से देशभक्ति की भावना को प्रदर्शित किया गया,तत्पश्चात आश्रम के कार्यकर्त्ता एवं प्रान्त कार्यकारिणी सदस्य श्री लोमस राम साहू जी तथा मुख्य अतिथि महोदय जी ने देश की स्वतंत्रता और गणराज्य की स्थापना के महत्व पर प्रकाश डाला | कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री भरत लाल साहू जी ( Honorary Sub Major Retired) सपरिवार सम्मिलित हुवे,विदित हो कि कात्रेनगर के राष्ट्रीय पर्वों में भूतपूर्व सैनिकों को ही प्रतिवर्ष मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है ,इस परम्परा के माध्यम से आश्रम परिवार पूर्व सैनिकों के प्रति अपना सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त कर देश के प्रति उनके बलिदान और योगदान को मान्यता देती है | कार्यक्रम के अंत में मिठाई वितरण किया गया एवं एक दुसरे को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाये दी गयी,कार्यक्रम का संचालन श्री दीपक कुमार कहरा जी (कार्यालय प्रमुख) एवं आभार प्रदर्शन संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने किया | कार्यक्रम में प्रमुख रूप से आश्रम के अन्तः वासी रुग्ण बंधू भगिनी गण,संस्था के कार्यकर्त्ता गण,एवं कौशल विकास योजना के प्रशिक्षार्थी गण उपस्थित थे |

श्री शशिकांत अम्बोले जी के नेतृत्व में चेम्बूर,मुंबई के दानदाताओं एवं हितैषियों का 15 सदस्यीय दल अपनी संस्था के दर्शन हेतु विगत दिनों पहुंचा | विदित हो कि R.C.F. (राष्ट्रीय केमिकल एंड फ़र्टिलाइज़र )मुंबई में कार्यरत मित्र मण्डली के नये-नये सदस्यों का दल पिछले 45 वर्षों से संस्था दर्शन हेतु प्रवास करते हैं ,जिससे वे संस्था के कार्यकलापों को समझ सकें| इस अवसर पर संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव् जी ने उन्हें संस्था के कार्यकलापों उपलब्धियों एवं संस्था द्वारा चलाये जा रहे समाज सेवा-हुत कार्यों की विस्तृत जानकारी प्रदान की जिससे उन्हें संस्था के कार्यों को गहराई से समझने में मदद मिले |

अपने आश्रम द्वारा संचालित सुशील विद्या मंदिर के विद्यार्थियों, आचार्य एवं दीदियों का वन संचार कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ ,वन संचार कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों ने कानन पेंडारी क्षेत्र में घुमने का आनंद लिया एवं विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधों एवं जानवरों को देखने का आनंद लिया| , इस कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रकृति के प्रति जागरूकता और सम्मान की भावना विकसित करने में मदद मिली| विद्यालय के प्रधानाचार्य गोपाल टंडन जी ने कहा -" इस वन संचार कार्यक्रम के माध्यम से हमारे विद्यार्थियों ने प्रकृति के बारे में बहुत कुछ सीखा और हमें उम्मीद हैं कि वे अपने जीवन में इस ज्ञान का उपयोग करेंगे|

अपने आश्रम स्थित चिकित्सालय की मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी सुश्री डॉ.नूपुर दवे मैडम द्वारा अंचल के स्कूल कॉलेजों में "मासिक धर्म जागरुकता शिविर" का आयोजन करके सतत् एवं निरंतर रूप से उन्हें माहवारी के दौरान होने वाली समस्या निवारण एवं उससे जुड़ी भ्रांतियों के विषय में बताया जा रहा है। इसी क्रम में आज हाईस्कूल कोसमंदा की छात्राओं को उन्होंने मासिक धर्म के दौरान होने वाली समस्याओं,उन दिनों बरती जाने वाली स्वच्छता एवं उससे जुड़ी भ्रांतियों के विषय में विस्तृत जानकारी दी।

अपने आश्रम स्थित चिकित्सालय की मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी सुश्री डॉ नुपुर दवे मैडम द्वारा कमरीद विद्यालय की अध्ययनरत छात्राओं को "मासिक धर्म के दौरान होने वाली समस्या,निवारण एवं उससे जुड़ी भ्रांतियां" के विषय में जागरूक किया गया।

अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर सोंठी आश्रम में प्रथम वर्षगांठ महोत्सव हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया , परिसर स्थित सिद्धि विनायक गणेश मंदिर में सभी ने एक स्वर में हनुमान चालीसा पाठ,भजन-कीर्तन के साथ सायं 7 बजे आरती की तत्पश्चात प्रसाद वितरण किया गया| कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ,आश्रम के कार्यकर्त्ता श्री लोमस राम साहू जी,अन्तः वासी रुग्ण बंधू-भगिनी गण तथा आश्रम के कार्यकर्त्ता गण उपस्थित थे |

अपने आश्रम स्थित चिकित्सालय की मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी सुश्री डॉक्टर नुपुर दवे मैडम द्वारा शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला हथनेवरा की अध्ययनरत छात्राओं को "मासिक धर्म के दौरान होने वाली समस्या,निवारण एवं उससे जुड़ी भ्रांतियां" के विषय में जागरूक किया गया।

आश्रम परिसर स्थित संत गुरुघासीदास चिकित्सालय में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी संत शिरोमणि गुरु घासीदास जी की जयंती मनाई गयी,सर्वप्रथम आश्रम के कार्यकर्त्ता एवं संघ के छत्तीसगढ़ प्रान्त कार्यकारिणी सदस्य श्री लोमस राम साहू जी ने उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करते हुवे उन्हें नमन किया | तत्पश्चात संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने उनकी जयंती की बधाई एवं शुभकामनयें देते हुवे कहा कि" बाबा गुरुघासीदास जी 18 वीं सदी के महान संत रहे उनका प्रादुर्भाव उस समय हुआ जब समाज में जातिगत भेदभाव उंच नीच और छुआ-छूत अपने चरम पर था इस दौरान उन्होंने मनखे -मनखे एक समान का नारा देकर समाज को एकसूत्र में बांधने का कार्य किया | चूँकि इस क्षेत्र में उनके अनुयाइयों की अत्याधिक संख्या है एवं सम्पूर्ण समाज की श्रद्धा भी संत गुरुघासीदास जी के ऊपर थी इसलिए श्री बापट जी ने अपने चिकित्सालय का नामकरण उनके नाम पर करने का निर्णय किया |

राज्यशासन के 1 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रेनगर चाम्पा स्थित स्व.जीवनलाल साव स्मृति गौशाला में शासकीय पशुधन विकास विभाग द्वारा गौ-पूजन एवं पशु चिकित्सा शिविर कार्यक्रम आयोजित किया गया l उक्त कार्यक्रम में तिलक आरती कर गौ-पूजन,गौसेवा करने वाले 11 गौसेवकों का सम्मान, गौशाला समिति की बैठक, पशु चिकित्सा शिविर जिसके अंतर्गत चिकित्सा उपचार, टीकाकरण, बधियाकरण उपचार किया गया, साथ ही कृमिनाशक दवा का पान कराकर वत्स रैली का आयोजन किया गया l कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को गौ-उत्पाद एवं उपयोगिता के सम्बन्ध में संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने विस्तार से जानकारी दी l उपसंचालक पशु चिकित्सा एवं सेवाएँ जिला जांजगीर-चाम्पा डॉ. ए. एल. सिंह द्वारा गौपालन से लाभ एवं विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई l संस्था के अध्यक्ष श्री लक्ष्मीनारायण सोनी द्वारा गौमाता के वैज्ञानिक एवं आध्यात्मिक महत्त्व की जानकारी प्रदान की गई l अंत में सभी अतिथियों द्वारा गौशाला परिसर में वृक्षारोपण कर कार्यक्रम का समापन किया गया l उक्त कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पशुधन विकास के उपसंचालक डॉ. ए.एल. सिंह, संस्था के अध्यक्ष श्री लक्ष्मीनारायण सोनी सपरिवार, सचिव श्री सुधीर देव, विकासखंड बम्हनीडीह के चिकित्सक डॉ. के.के. पटेल, श्री सी.पी. चंद्रा एवं स्टाफ, P.A.I.W. एवं गौशाला के गौ-सेवक एवं अंतः वासी कार्यकर्ता भगिनी बंधु उपस्थित थे।

स्थानीय ग्राम सोंठी निवासी अग्निवीर श्री सतीश जी का अपने आश्रम द्वारा संचालित सुशील विद्या मंदिर कात्रे नगर में शानदार स्वागत हुआ। विदित हो कि अग्निवीर सतीश जी अपने आश्रम द्वारा संचालित विद्यालय में आचार्य के रूप में अध्यापन कार्य करते हुए इस योजना की भर्ती प्रक्रिया में सम्मिलित हुवे थे। सात महीने की कठिन ट्रेनिंग के पश्चात जब आचार्य जी वापस लौटे तो उनके सहकर्मी आचार्य - दीदियों प्रधानाचार्य गोपाल टंडन एवं अध्ययनरत विद्यार्थियों ने फूल - माला के साथ सम्मान किया। यह स्वागत समारोह विशेष रूप से यादगार बना जब आश्रम के कार्यकर्ता Kanhaiyalal Gond के नेतृत्व में बच्चों ने घोष बैंड के साथ रैली निकालते एवं भारत माता की जय का उद्घोष करते हुए उनको घर तक छोड़ा। इस अवसर पर संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि - "सतीश आचार्य जी का यह सफर केवल उनके लिए नहीं बल्कि उनके परिवार और समुदाय तथा आश्रम परिवार के लिए भी गर्व का विषय है,उनकी सफलता ने गांव में एक नई ऊर्जा का संचार किया है और वे युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा के स्त्रोत बन गए हैं।"

श्री कात्रे जी पर पुत्री के विवाह की एक बड़ी सामाजिक जिम्मेदारी थी ,उन्होंने पुत्री प्रभावती के विवाह का विचार किया ,परन्तु कुष्ठ रोगी पिता की कन्या का वरन कौन करेगा ? प्रश्न खड़ा हुआ | कात्रे जी की एकलौती संतान ,उसकी मां पहले ही चल बसी थी ,पिता कुष्ठ रोगी |यदि प्रभावती को समाज ने स्वीकार नहीं किया तो वह कहाँ जाएगी ? कात्रे जी बहुत तनाव में रहते थे ,वे एक निष्कर्ष पर पहुंचे उन्होंने विचार किया कि लड़की को पढ़ा-लिखा कर स्वयं के पैरों पर खड़ा होने लायक बनाना चाहिए | यह सोचकर प्रभावती का प्रवेश सूरज प्रसाद शासकीय कन्या विद्यालय में करा दिया | सन 1952 में वह मैट्रिक पास हो गयी ,कन्या भाग्यवान थी ,मैट्रिक पास होते ही उसका विवाह भी तय हो गया,15 मई सन 1952 को अकाउंटेंट जनरल में कार्यरत श्री मधुकर राव सरवटे जी के साथ उनका विवाह हो गया, कुमारी प्रभावती कात्रे से वह अब श्रीमति मालती सरवटे हो गई | वह दिन कात्रे जी के जीवन का अत्यंत आनंद एवं संतोष का दिन था | इस दौरान आनंद के कुछ और क्षण आते गये ,पुत्री प्रभावती के मां बनने का समाचार मिला ,जलते हृदय को शीतलता का आभास हुआ ,पिता का हृदय कर्तव्य से दूर हो जाये तो छटपटाने लगता है ,एक मात्र संतान प्रभावती का कौतुक करने वाला कोइ नहीं था ,गर्भवती कन्या की गोदभराई किसने पूरी की होगी ,एक नहीं दो-दो बच्चों की मां बन गयी ,मायके से कोई गया नहीं ,वह अब पूरी तरह अपने परिवार में रम गयी थी | चित्र में:- कात्रे जी के दामाद श्री मधुकर राव सरवटे जी एवं उनकी पुत्री प्रभावती कात्रे ( श्रीमति मालती सरवटे) >>>>आगे जारी >>>>

अपनी संस्था के संस्थापक स्व.सदाशिव गोविन्द कात्रे जी की 115 वीं जन्म जयंती समारोह का आयोजन विगत 23 नवम्बर को अपने आश्रम स्थित सिद्धि विनायक गणेश मंदिर परिसर में सम्पन्न हुआ, चूँकि कात्रे जी स्वयं एक रेलवे के कर्मचारी थे इसलिए रेलवे प्रबंधन को यह सन्देश जाए कि रेलवे के ही एक सामान्य कर्मचारी ने अपनी मेहनत,लगन,समर्पण और दृढ संकल्प से कैसे एक संस्था का निर्माण किया उनके जन्म जयंती समारोह में रेलवे के अधिकारीयों का सम्मिलित होना उनके योगदान और उपलब्धियों को मान्यता देने का एक प्रमुख कदम है | इस अवसर पर रेलवे अधिकारयों ने आश्वासन दिया की वे कात्रे जी के जीवन चरित्र एवं संघर्षों को चाम्पा रेलवे स्टेशन में प्रदर्शित करने का प्रयास करेंगे जिससे जन सामान्य को कात्रे जी के जीवन और कार्यों के बारे में जानने का अवसर मिलेगा | कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में सम्मिलित प.पू .स्वामी रामरूप दास महात्यागी जी (श्री हरिहर क्षेत्र केदार ,मदकू द्वीप ) ने भी कात्रे जी के संघर्षों और तप के विषय में उपस्थित जनमानस को संबोधित किया ,मुख्य अतिथि के रूप में श्री योगेश देवांगन ( अपर रेल मंडल प्रबंधक,दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर ) श्री अनुराग सिंह जी (वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक ,बिलासपुर) विशिष्ट अतिथि श्रीमति चिन्ताबाई भैना (सरपंच ग्राम पंचायत अफ़रीद) ,श्री लक्ष्मी नारायण सोनी जी अध्यक्ष ( भा .कु .नि .सं.) सहित विभिन्न संगठनों के सम्मानित कार्यकर्त्ता, गणमान्य नागरिक गण,आश्रम के अन्तः वासी कुष्ठ पीड़ित भगिनी बन्धु सम्मिलित हुवे | कार्यक्रम संचालन संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी एवं आभार प्रदर्शन श्री दीपक कुमार कहरा, कार्यालय प्रमुख ( भा.कु.नि.सं.)जी ने किया |

भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रेनगर चांपा के संस्थापक स्व.सदाशिव गोविन्द कात्रे जी की 115 वीं जन्म- जयंती के अवसर पर सक्षम महाकौशल प्रांत एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जबलपुर के तत्वाधान में कुष्ठ जागरूकता कार्यशाला का आयोजन अनुश्री नर्सिंग कॉलेज , माढ़ोताल, जबलपुर में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीएमएचओ , डॉक्टर संजय मिश्रा जी ने शासन द्वारा चलाए जा रहे कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम सहित अन्य सुविधाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम अध्यक्ष, सक्षम मध्य प्रदेश के अध्यक्ष डॉ पवन स्थापक ने आदरणीय कात्रे गुरुजी के जीवन वृतांत पर प्रकाश डाला । महाकोशल प्रांत सचिव, पीयूष जैन द्वारा सक्षम परिचय एवं सविता प्रकोष्ठ के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। मुख्य वक्ता के रूप में सक्षम महाकौशल प्रांत सविता प्रकोष्ठ प्रमुख, डॉ सिद्धार्थ ओसवाल, एवं सक्षम महाकौशल प्रांत के संरक्षक डॉक्टर राजीव सक्सेना जी द्वारा अनुश्री नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थियों को कुष्ठ रोग के प्रारंभिक लक्षण, पहचान, उपचार एवं कुष्ठ जनित दिव्यांगता के संबंध में , लगभग 500 से अधिक नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थियों को पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के साथ , विस्तार पूर्वक प्रशिक्षण दिया गया। संचालन सक्षम जबलपुर के सचिव अरविंद गुप्ता जी द्वारा एवं आभार प्रदर्शन आई एम ए जबलपुर के अध्यक्ष एवं अनुश्री नर्सिंग कॉलेज के डायरेक्टर, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अविजीत विश्नोई द्वारा किया गया। कार्यशाला को सफल बनाने में श्री संतोष जैन, आलोक खरे, आशीष रावत, अक्षय सोनी नरेंद्र मालवीय आदि का विशेष सहयोग रहा ।

" निर्माण-यात्रा दल पहुंचा कात्रे जी एवं बापट जी की तपःस्थली सोंठी आश्रम " मध्य छत्तीसगढ़ के जिलों में जल जंगल और जमीन को लेकर शोध कार्य कर रहे छः राज्यों के 16 सदस्यीय युवाओं का दल विगत दिनों अपने सोंठी कुष्ठ आश्रम पहुंचा | निर्माण यात्रा का उद्देश्य युवाओं को एक साथ लाने और उन्हें एक दुसरे की संस्कृति परम्पराओं और मूल्यों के बारे में जानने का अवसर प्रदान करता है | इस अवसर पर संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने युवाओं का आत्मीय स्वागत किया ,तथा उन्हें कात्रे जी एवं बापट जी के जीवन संघर्षों के विषय में अवगत कराया कि कैसे कात्रे जी ने अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना किया और अपने संघर्षों के माध्यम से संस्था स्थापना की | इसके आलावा संस्था प्रमुख जी ने उन्हें संस्था के कार्यों एवं उद्देश्यों की जानकारी दी ,उन्होंने बताया की कैसे संस्था समाज के विभिन्न वर्गों के लिए काम कर रही है और कैसे संस्था के कार्यों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन आ रहे हैं |

अपनी संस्था के हितचिंतक,अभिभावक, संघ के आदर्शवादी स्वयंसेवक,पूर्व क्षेत्र प्रचारक, पूर्व राज्यसभा सदस्य दिवंगत स्व. श्री श्रीगोपाल व्यास जी के परिजनों (उनकी धर्मपत्नी,बहन एवं नाति Harsh Vyas ) जी का आज अपनी संस्था दर्शन हेतु आगमन हुआ।अपनी संस्था से एवं बापट जी से उनका पुराना व्यक्तिगत स्नेह संबंध रहा है, सर्वप्रथम संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने उनका श्रीफल देकर स्वागत सम्मान किया,तत्पश्चात् उन्होंने आश्रम से जुड़े उनके स्मृतियों को पुनर्स्मरण किया,उनकी स्मृतियों को याद करते हुए श्री सुधीर देव जी ने बताया कि"वे आजीवन राष्ट्रप्रथम के प्रति संकल्पित थे ,उनका जीवन सादगी पूर्ण कर्मठतापूर्ण स्नेहशील एवं समर्पित था ,आज श्रीगोपाल व्यास जी सशरीर हमारे मध्य नहीं हैं पर उनके आदर्श व जीवन मूल्य हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे।" इस भेंट के मध्य श्रीगोपाल व्यास जी की स्मृति को जीवित रखने उन्होंने अपने आश्रम परिसर में पारिजात पौधे का भी वृक्षारोपण किया।

विधि का विधान और विधान की विधि बदली नहीं जा सकती | सदाशिव को बहुत बड़ा आघात लगा ,प्रकृति ने उनके साथ क्रूर उपहास किया ,कात्रे जी को कुष्ठ रोग ने आ घेरा ,कुछ दिनों तक तो परिवार में किसी को बताया नहीं ,गुपचुप इलाज चलता रहा ,परन्तु रोग छुप नहीं सका | हाथ पैर गलना प्रारम्भ हो गया ,परिवार में तथा समाज में रेलवे के सहकर्मियों को पता लग गया ,लोग कात्रे जी को देखते ही दूर हटने लगे ,घावों से पानी बहना प्रारम्भ हो गया ,मक्खियाँ भिनभिनाने लगी | अत्यंत आत्मीय कहे जाने वाले लोग भी घृणा की दृष्टि से देखने लगे |घर में भी उनका बिस्तर एवं भोजन पात्र स्नानादि की व्यवस्था पृथक हो गई |उन्हें अत्यंत शारीरिक एवं मानसिक यंत्रणा से गुजरना पड़ा | मां अपने एकमात्र पुत्र सदाशिव की दुर्दशा अपने सामने देख रही थी |अंतिम समय में पुत्र के सुखी संसार को ध्वस्त होते देख रही थी ,कात्रे जी की अपने ही घर में अछूत ,भिखमंगे जैसी स्थिति हो गई थी ,उन्हें भोजन अलग पात्र में दिया जाने लगा ,मेरे कारण परिवार की स्थिति ख़राब हो रहीहै ,सामाजिक स्थिति भी बिगड़ रही है ,ऐसा सोचकर एक दिन कात्रे जी घर छोड़कर गणेश मंदिर के एक कोने में अपना डेरा जमा लिया ,पुत्री प्रभावती प्रतिदिन मंदिर आ जाती थी | >>आगे जारी >>

सदाशिव गोविन्द कात्रे ( एक प्रेरक जीवन यात्रा )......भाग :- 5 ------------------------------------------- सन 1943 में सदाशिव राव का सम्बन्ध संघ की शाखा से आया ,घर में प्राप्त संस्कारों को दिशा मिली | प्रतिदिन नियमित शाखा प्रारम्भ हो गई | संस्कृत का जो अभ्यास विद्यार्थी जीवन में किया था उन्हें पुनर्स्मरण का अवसर मिला | संघ कार्य करते-करते वे अपनी पारिवारिक जिम्मेदारी भी निभा रहे थे| रेलवे में नौकरी करना और संघ कार्य करना यही सदाशिवराव की दिनचर्या हो गयी ,देश समाज के बारे में चिंतन ,हिंदुत्व ,हिन्दुराष्ट्र का स्मरण ,हिन्दुस्वभिमानी युवकों से संपर्क ही प्रमुख कार्य हो गया | समय कब कैसे आएगा ,कोई बता नहीं सकता, 30 जनवरी 1948 को महात्मा गाँधी की निर्मम हत्या हो गई ,जन आक्रोश संघ पर पहाड़ बनकर टूट पड़ा,मिथ्या आरोप लगाकर संघ प्रतिबंधित किया गया |सदाशिव राव भी गिरफ्तार कर लिए गए ,घर से संपर्क टूट गया ,वे छः माह कारावास में थे ,सन 1949 में वे जेल से छूटे | ( चित्र में आश्रम स्थित छात्रावास में लगी एक तरुण विद्यार्थी शाखा का दृश्य ) >>आगे जारी >>

श्री सदाशिव गोविन्द कात्रे जी का जन्म दिनांक 23 .11 .1909 बुधवार कार्तिक शुक्लपक्ष एकादशी ( देवोत्थान एकादशी ) को अरौन जिला गुना (मध्यप्रदेश) में हुआ ,पिताजी का नाम श्री गोविन्द कात्रे एवं माताजी का नाम श्रीमति राधाबाई था ,श्री कात्रे जी का परिवार मूलतः ग्राम चोर वडें तहसील संगमेश्वर रत्नागिरी (महाराष्ट्र ) का निवासी था | सदाशिव राव के पिता श्री गोविन्द राव अल्पायु रहे ,सदाशिव ने पाठशाला जाना प्रारम्भ भी नहीं किया था कि सन 1917 में पिताजी का देहांत हो गया | पत्नी ,तीन पुत्रियाँ एक पुत्र का पांच सदस्यी परिवार अभिवावक विहीन हो गया ,सदाशिव बालक ही थे ,उनकी आयु मात्र 8 वर्ष की थी ,परिवार में हाहाकार मच गया ,तीन बहनों में अकेला भाई ,आठ वर्ष के बालक सदाशिव ने अपने पिता श्री गोविन्द राव को मुखाग्नि दी | खेलने खाने की आयु में पितृविहीन परिवार ग्राम अरौन से अपने चाचा श्री गंगाधर कात्रे जी के घर झांसी आ गया ,गंगाधर कात्रे जी रेलवे में नौकरी करते थे ,सदाशिव की प्राथमिक पढाई झांसी में प्रारम्भ हुई | परिवार का लालन-पालन चाचा की देख रेख में हुआ | सदाशिव राव बचपन से ही बड़ा चंचल सलोना बालक था .वह व्यायाम खेल कूद में तेज था ,मृदुल हास्य उसके चेहरे का स्थायी भाव था ,सदाशिव को इस बात का अहसास था कि काका गंगाधर द्वारा हमारा पालन पोषण हो रहा है कभी भी किसी प्रकार का हठ करने का अवसर उसे नहीं मिला ,उसे माताजी की स्थिति की भी कल्पना थी बाल्यकाल से ही पितृ छाया उठ जाने से जिम्मेदारी का भाव भी विकसित होता गया | >>आगे जारी >>

सरस्वती यात्रा के तहत स.शि.मं. बिर्रा की बहनों एवं आचार्यों के एक समूह का गत दिनों अपने संस्था दर्शन हेतु आगमन हुआ| इस अवसर पर संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने बहनों को संस्था के उद्देश्यों ,कार्यों एवं उपलब्धियों के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें कात्रे जी एवं बापट जी के संघर्षों एवं जीवन चरित्र का वर्णन किया | इस भ्रमण का उद्देश्य छात्राओं को संस्था के बारे में जानकारी देना और उन्हें सामाजिक कार्यों में रूचि लेने के लिए प्रेरित करना था |

A foreign official from @TLMIndia @Leprosymissint recently visited the organization to access its activies and inititatives.During the visit ,they interacted with the organizations members and praised its efforts in supporting those affected by leprosy.

भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर चांपा के संस्थापक स्व .श्री सदाशिव गोविन्द कात्रे जी 115 वीं जन्मजयन्ती वर्ष ( देवोत्थान एकादशी ) के मंगल अवसर पर भारतीय डाक विभाग ,छत्तीसगढ़ परिमंडल द्वारा जारी " विशेष आवरण "

कात्रे जी के परिजनों का 45 वर्ष पश्चात हुआ आश्रम प्रवास" कात्रे जी के सम्मान में भारतीय डाक विभाग द्वारा विशेष आवरण एवं विरूपण मुहर अनावरण का कार्यक्रम देवउठनी एकादशी पर संपन्न हुआ, इस कार्यक्रम में कात्रे जी के परिजनों को भी सम्मिलित होना था किंतु किसी कारणवश वे उपस्थित नहीं हो सके थे। सायं काल में अपने मंदिर परिसर में समस्त कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधुओं एवं कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में उनके स्वागत सम्मान के पश्चात पुनः उनके करकमलों द्वारा विमोचन कराया गया। इस विशेष कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए उनके परिजन (नाती,नतनीन एवं बहु )महाराष्ट्र से 45 वर्षों के पश्चात आकर सपरिवार सम्मिलित हुए। इस अवसर पर संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने उनका कृतज्ञता पूर्वक आभार व्यक्त किया,अपने नाना द्वारा स्थापित किए इस पुनीत कार्य के प्रत्यक्ष दर्शन कर वे भाव विभोर हो गए एवं गौरव का अनुभव किया साथ ही संस्था के नाम सहयोग राशि कार्यालय प्रमुख श्री Deepak Kumar Kahara जी

श्री राम जन्मभूमि मंदिर को समर्पित विशेष स्मारक डाक टिकट एवं लिफाफा संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी को भेंट करते बिलासपुर संभाग के डाकघर अधीक्षक विनय कुमार जी। टिकट में राम मंदिर का भव्य चित्र है, कलात्मक अभिव्यक्ति के जरिए रामभक्ति की भावना है, और ‘मंगल भवन अमंगल हारी’, इस लोकप्रिय चौपाई के माध्यम से राष्ट्र के मंगल की कामना है। इनमें सूर्यवंशी राम के प्रतीक सूर्य की छवि है, जो देश में नए प्रकाश का संदेश भी देता है। इनमें पुण्य नदी सरयू का चित्र भी है, जो राम के आशीर्वाद से देश को सदैव गतिमान रहने का संकेत करती है। मंदिर के आंतरिक वास्तु के सौंदर्य को बड़ी बारीकी से इन डाक टिकटों पर प्रिंट किया गया है।

सदाशिव गोविन्द कात्रे ( एक प्रेरक जीवन यात्रा )......भाग :- 3 ---------------------------------------------------- एक बार एक व्यक्ति आश्रम में आया ,वह बड़ा ही परेशान हताश-निराश था घर में बिना बताये वह आया था उसके हाथ में दाग था ,डॉक्टर ने उसका परिक्षण किया आधे घंटे बाद रिपोर्ट आई की वह एक प्रकार का चर्म रोग है ,कुष्ठ रोग नहीं है| दवाई लगाने से ठीक हो जायेगा ,इतना सुनते ही वह ख़ुशी से उछल पड़ा भयभीत, आतंकित, भविष्य से निराश, मुरझाया चेहरा प्रसन्नता से खिल उठा | बापट जी ने उनसे पूछा इस दाग को लेकर आपके मन में क्या क्या कल्पनाएँ थी ? उस व्यक्ति ने कहा महाराज मैं कल्पना कर रहा था कि घर के लोगों ने मुझे निकाल दिया है, मेरे हाथ पैर गल गए हैं ,मैं अपना मल-मूत्र भी साफ़ नहीं कर पा रहा हूँ ,मक्खियाँ भिनभिना रही हैं अपने ठूंठ के समान दिखने वाले हाथों में एक डब्बा लटकाकर एक कोने में बैठा भीख मांग रहा हूँ ,सारा समाज मेरी ओर घृणा की दृष्टि से देख रहा है | एक कुष्ठ रोगी के रूप में मेरा जीवन कैसा होगा इसकी भयंकर कल्पना लेकर आया था | ( चित्र में एक अन्तःवासी कुष्ठ पीड़ित महिला की सेवा करते अपने बापट जी ) >>आगे जारी >>

श्री सदाशिव गोविन्द कात्रे जी एक कार्यकर्त्ता थे ,कार्यकर्त्ता के लक्षण उनमें बाल्यकाल से ही परिलक्षित होते रहे हैं ,धर्म संस्कृति परम्परा के प्रति अटूट आस्था एवं श्रद्धा परिवार से ही उन्हें प्राप्त थी संघ के संपर्क में आने पर इन संस्कारों को प्रस्फुटित होने का अवसर मिला| जिस प्रकार उनकी शारीरिक एवं आर्थिक अवस्था थी उसमें कोई भी व्यक्ति विचलित एवं निराश होकर बैठ सकता है ,परन्तु कात्रेजी का जीवन स्वयमेव प्रेरणा पुंज बनकर हमारे सामने उपस्थित है | कुष्ठ रोग निवारण के क्षेत्र में अनेक महापुरुषों ने कार्य किया है ,उन महापुरुषों के कार्य निस्संदेह सराहनीय है ,श्र्ध्हेय मनोहर दीवान ,श्र्ध्हेय बाबा साहब आमटे ,शिवाजी राव पटवर्धन का कार्य भी वन्दनीय है |तुलनात्मक दृष्टि से यदि हम देखें तो बाबा साहेब आमटे,कार्य प्रारम्भ करने के पूर्व से ही समाज में प्रतिष्ठित एवं शारीरिक दृष्टि से सक्षम थे ,बाबा साहब आमटे सहृदयता से कहतेहैं कि " मैंने अपना कार्य कुछ न कुछ सामाजिक सम्मान के बीच प्रारम्भ किया,मैं वकील था, नगर पालिका अध्यक्ष था परन्तु कात्रे जी ने अपना कार्य सामाजिक उपेक्षा, अपमान, उपहास एवं मानसिक प्रताड़ना से संघर्ष करते हुवे प्रारम्भ किया |" महापुरुषों की तुलना उचित नहीं है सभी को अपने क्षेत्र में कठिन संघर्ष करना पड़ा है इसके बावजूद भी कात्रे जी को व्यक्तिगत रूप से अपने प्रति घृणा का सामना करना पड़ा है इससे इंकार नहीं किया जा सकता | कात्रे जी प्रसिद्धिपरांगमुख व्यक्ति थे ,उनका कोई भी चित्र उपलब्ध नहीं है, वे एक सात्विक निर्मोही व्यक्तित्व के स्वामी थे |कात्रे जी के जीवन वृत्त का शब्दों में वर्णन कर पाना अत्यंत दुष्कर कार्य है | कात्रे जी को समझना है तो उनके कर्मक्षेत्र ( भारतीय कुष्ठ निवारक संघ ,कात्रे नगर चाम्पा ) का प्रत्यक्ष दर्शन करना होगा | >>आगे जारी >>

छोटी सी मिट्टी की कुटिया ,उसमें एक पुरानी खटिया उसी पर लगभग सत्तर वर्षीय एक अशक्त, कमजोर ,हाथ पांव की अंगुलियाँ टेढ़ी मेढ़ी ,आधी गली हुई ,अपने जीवन की अंतिम साँसे लेता हुआ व्यक्ति पड़ा है ,परन्तु यह एक आश्चर्य की बात है कि उसके चेहरे एवं आँखों में परम संतोष झलक रहा है ,थके हुवे चेहरे पर वैसा ही आत्मविश्वास एवं प्रसन्नता दिखाई दे रही है जैसा खूब परिश्रम से थके हुवे विजयी खिलाड़ी के चेहरे पर होता है ,खटिया के पास ही परम पूजनीय श्री गुरूजी गोलवलकर जी का चित्र है |कोई भी आता था उसे वे चित्र की ओर इशारा करते हुवे ठूंठ के समान दिखने वाले हाथों को जोड़कर कहते "मुकं करोति वाचालं पंगुम लंघयते गिरिम् ,यत्कृपा त्वामहं वन्दे परमानन्द माधवं |" पांवों में जख्म ,हाथ पांव की उँगलियाँ टेढ़ी ,मराठी भाषी व्यक्ति कुष्ठ रोगी ,ठण्ड हो ,बरसात हो या हो भीषण गर्मी ,बारहों मास पैर में मोज़े ,बुढ़ापा और रुग्णता दोनों शरीर को प्रभावित कर रहे थे ,भोजन के अभाव में कभी बस अड्डे में तो कभी रेलवे स्थानक पर दिन बिताते थे ,बिलासपुर रायगढ़ रायपुर जिले के गाँवों में एक झोला लटकाकर सैकड़ों किलोमीटर साइकिल चलाकर पहुँचते तो लोग नाक भौं सिकोड़कर उपहास भरे स्वर में कहते भीख मांगने के लिए कोढ़ी साइकिल पर आता है परन्तु लोगों की टिप्पणी की ओर ध्यान न देते हुवे चेहरे पर मुस्कान लिए परमानन्द माधवम कहते हुवे अपनी कर्म साधना में लगे रहते थे ,इस व्यक्तित्व का पूरा नाम था "सदाशिव गोविन्द कात्रे उपाख्य कात्रे गुरूजी ",चाम्पा से लगभग आठ किलोमीटर दूर बम्हनीडीह बिर्रा मार्ग पर सोंठी नामक स्थान पर उन्होंने भारतीय कुष्ठ निवारक संघ की स्थापना की | ( चित्र में कात्रे जी को दान में मिली झोपड़ी ,इसी झोपड़ी में तीन कुष्ठ रोगियों की सेवा के साथ "भारतीय कुष्ठ निवारक संघ"का श्री गणेश हुआ ) >>आगे जारी >>

भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रे नगर चांपा के संस्थापक स्व .श्री सदाशिव गोविन्द कात्रे जी की 115 वीं जन्मजयन्ती (देवउठनी एकादशी) के अवसर पर भारतीय डाक विभाग छत्तीसगढ़ परिमंडल द्वारा "विशेष आवरण एवं विरूपण मोहर" का अनावरण करते संस्था के आदरणीय सचिव श्री सुधीर देव जी ,सम्मानित अध्यक्ष श्री लक्ष्मी नारायण सोनी जी ,प्रान्त कार्यवाह श्री चन्द्रशेखर देवांगन जी, भारतीय डाक विभाग बिलासपुर संभाग अध्यक्ष श्री विनय प्रसाद जी एवं संस्था के अन्य सम्मानित सदस्य गण |

मैं मधु से अनभिज्ञ आज भी ,जीवन भर विषपान किया है | किया नहीं विध्वंस विश्व का ,जीवन भर निर्माण किया है | संस्था संस्थापक स्व .श्री सदाशिव गोविन्द कात्रे जी 115 वीं जन्मजयन्ती वर्ष ( देवोत्थान एकादशी ) के मंगल अवसर पर भारतीय डाक विभाग ,छत्तीसगढ़ परिमंडल द्वारा " विशेष आवरण एवं विरूपण मुहर अनावरण समारोह " का आयोजन 12 नवम्बर 2024 दिन मंगलवार को प्रातः 11 बजे ,अपने आश्रम स्थित डाकघर कात्रे नगर परिसर में |

अपने संस्था दर्शन हेतु पधारे इंडियन नेवी में सेवा दे रहे श्री Yash Pandey जी ने बच्चों को " नेवी में करियर के अवसर,योग्यता एवं पात्रता, चयन प्रक्रिया तथा प्रशिक्षण" के विषय में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्रदान किया ।

अपने आश्रम स्थित चिकित्सालय द्वारा मासिक धर्म संबंधी मिथकों को तोड़ने एवं महिलाओं को स्वस्थ मासिक धर्म के लिए शिक्षित करने के उद्देश्य से चलाए जा रहे "मासिक धर्म जागरुकता अभियान" की श्रृंखला में आज शास.हायर सेकंडरी स्कूल पुछेली में जागरूकता कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिसमें अपने चिकित्सालय की मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नुपुर दवे मैडम ने छात्राओं के साथ संवाद करते हुए उन्हें पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्या, उन दिनों बरती जाने वाली स्वच्छता,इससे जुड़े मिथक और सच्चाई के विषय में महत्त्व पूर्ण जानकारी दी।

"मासिक धर्म जागरुकता शिविर,शास.पू.मा.शाला सोंठी,वि.खं.बम्हनीडीह" अपने आश्रम स्थित चिकित्सालय की मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी सुश्री डॉक्टर नुपुर दवे मैडम द्वारा शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सोंठी की अध्ययनरत छात्राओं को "मासिक धर्म के दौरान होने वाली समस्या,निवारण एवं उससे जुड़ी भ्रांतियां" इस विषय में जागरूक किया गया।

Samarpan Foundation Trust के संस्थापक श्री रवि प्रकाश जी ने कात्रे जी के प्रतिमा एवं समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की एवं उनकी स्मृति में स्थापित उपवन, कुटिया का भ्रमण किया तथा प्रकल्प में कुष्ठ रोगियों की चिकित्सा एवं स्वावलंबन संबंधित गतिविधियों का भी अवलोकन किया। श्री रविप्रकाश जी ने साल 1997 में हरिद्वार से कुष्ठ रोगियों के लिए सेवा कार्य प्रारम्भ किया ,साल 2005 में दिल्ली के ताहिरपुर कुष्ठ बस्ती में कुष्ठ रोगियों की सेवा करते हुवे 25 सितम्बर 2008 में Samarpan Foundation Trust की स्थापना की | आपने 7वर्ष तक संघ के प्रचारक के रुप में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया है | वर्तमान में आपकी संस्था कुष्ठ रोगियों के बेहतर एवं निःशुल्क उपचार करने के उद्देश्य से दिल्ली की ताहिरपुर कुष्ठ बस्ती में "समर्पण कुष्ठ चिकित्सा केंद्र" संचालित कर रही है,जो दुर्भाग्य से एशिया की सबसे बड़ी कुष्ठ बस्ती है ,जहाँ लगभग 1 लाख कुष्ठ रोगी निवास करते हैं | Samarpan Foundation Trust द्वारा राष्ट्रीय सेवा भारती के सहयोग से चल चिकित्सालय के माध्दियम से दिल्ली ,हरियाणा, पंजाब ,राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के विभिन्न महानगरों पर निवास करने वाले कुष्ठ रोगियों को निःशुल्क चिकित्सा सेवा उपलब्ध करा रही है

अपने आश्रम द्वारा बाला साहब देवरस भवन में संचालित निःशुल्क कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र के विद्यार्थियों का प्रशिक्षण अवधि पूर्ण होने के पश्चात प्रमाण पत्र वितरण एवं दीपावली मिलन समारोह सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में श्री लोमस राम साहू जी एवं मुख्य अतिथि श्री विश्वनाथ सिंह जी सम्मिलित हुए।इस दौरान विद्यार्थियों ने सर्वप्रथम अतिथियों का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री लोमस राम साहू जी ने प्रशिक्षणार्थियों को मेहनत एवं लगन से कार्य करने की बात कही साथ ही संघ द्वारा आग्रह किए पंच परिवर्तन की संकल्पना के विषय में भी अवगत कराया। तत्पश्चात् प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कार्यकम का संचालन कौशल विकास केंद्र प्रमुख श्री बबलू यादव जी ने किया।

अपने आश्रम स्थित चिकित्सालय की मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी सुश्री डॉ.नुपुर दवे मैडम जी के नेतृत्व में चिकित्सालय की टीम आज सारागांव स्थित शासकीय नवीन महाविद्यालय पहुंची। जहां उन्होंने उपस्थित अध्ययनरत छात्राओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाली समस्या ,निवारण एवं उससे जुड़ी भ्रांतियों के विषय में जागरूक किया एवं माहवारी से संबंधित उनकी समस्याओं एवं प्रश्नों का समाधान किया । इस दौरान महाविद्यालय की छात्राओं ने समस्त चिकित्सकीय टीम का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत सम्मान किया।

आश्रम स्थित चिकित्सालय द्वारा आस पास के ग्रामों में चल-चिकित्सा के माध्यम से सेवार्थ साप्ताहिक निःशुल्क परामर्श शिविर एवं दवाइयों का वितरण किया जाता है,जिसके अंतर्गत आज समीपस्थ ग्राम पिपरदा के भगवान गुड़ी चौक में लगे शिविर का ग्रामीणों ने लाभ उठाया ।

आजादी के अमृत महोत्सव के तत्वाधान में चलाये जा रहे "हर घर तिरंगा " अभियान के अंतर्गत आज आश्रम स्थित कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया| एक राष्ट्र के रूप में झंडे को सामूहिक रूप से घर पर लाना न केवल तिरंगे के साथ हमारे व्यक्तिगत सम्बन्ध का प्रतीक है, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण में हमारी प्रतिबध्हता को दर्शाता है |

अपनी संस्था भारतीय कुष्ठ निवारक संघ कात्रेनगर चांपा के पूर्व सचिव एवं संरक्षक सेवाव्रती कर्मयोगी देहदानी पद्मश्री डॉ.दामोदर गणेश बापट जी की 5वीं पुण्यतिथि का आयोजन आज आश्रम स्थित सिद्धिविनायक मंदिर परिसर में सम्पन्न हुआ । संस्था के सचिव सुधीर देव जी,कार्यकर्ता मनमोहन जी ने बापट जी के जीवन प्रसंगों एवं उनके व्यक्तित्व का संस्मरण उपस्थित जनों के समक्ष रखा। समस्त कार्यकर्ताओं समेत अंतः वासी कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधुओं ने बापट जी के छाया चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें भाव- भीनी श्रद्धांजलि दी । श्रद्धेय बापट जी सशरीर आज हमारे बीच नहीं हैं परंतु वे सदैव अपनी अंतहीन उपस्थिति का आभास कराते रहेंगे।

कात्रेनगर सोंठी आश्रम में छत्तीसगढ़ी पारंपरिक लोक पर्व भोजली तिहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।श्री सुधीर देव जी संस्था सचिव द्वारा भोजली पूजन अर्चन किया गया। इस पारंपरिक पर्व में आश्रम के कुष्ठ पीड़ित महिलाओं ,बच्चों,कार्यकर्ताओं ने भोजली को सिर पर रखकर ,भोजली गीत "देवी गंगा देवी गंगा लहर तुरंगा, हमर भोजली दाई के भीजे आठों अंगा" की गूंज के साथ परिसर स्थित माधव सागर तालाब में एकत्रित हुए। इसके पश्चात तालाब में भोजली विसर्जन कर ,परंपरा अनुसार भोजली को एक दूसरे के कानों में खोंच कर मित्रता का संकल्प निभाया गया।

नंद के आनंद भयो,जय कन्हैया लाल की" कात्रे नगर सोंठी आश्रम में "आठे कन्हैया" श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। सर्वप्रथम गोविंदाओं की टोली ने जगह- जगह भगवान श्री कृष्ण की बाल-लीला दही हांडी लूटने की याद में मटकी फोड़ कर दही, माखन और मिश्री खाया। जन्माष्टमी पर छोटे छोटे बच्चों को भगवान श्री कृष्ण,राधा एवं बलराम के स्वरूप में सजाया गया। भगवान की आरती के बाद भोग लगाया गया,तथा प्रसाद वितरण किया गया।इस अवसर पर आश्रम के समस्त कुष्ठ पीड़ित भगिनी बंधुओं,कार्यकर्ताओं समेत युवाओं एवं बच्चों की टोली उपस्थित थी।

"बिरहोर भाई" के नाम से प्रसिद्ध पद्म श्री प्राप्त श्री जागेश्वर यादव जी का आज संस्था दर्शन हेतु आगमन हुआ।ज्ञात हो कि श्री जागेश्वर यादव जी जशपुर में बापट जी के ही विद्यार्थी रहे हैं। बिरहोर आदिवासियों के उत्थान हेतु बेहतर कार्य के लिए उन्हें 2024 में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। आपका जन्म जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक के भीतघरा गांव में हुआ था,बचपन से ही आपने बिरहोर आदिवासियों की दुर्दशा देखी थी, उस समय घने जंगलों में रहने वाले बिरहोर आदिवासी शिक्षा,स्वास्थ्य और रोजगार से वंचित थे।जागेश्वर जी ने इनके जीवन को बदलने का संकल्प किया,इसके लिए सबसे पहले उन्होंने आदिवासियों के बीच रहना शुरू किया,उनकी भाषा संस्कृति को सीखा ,शिक्षा की अलख जगाई और स्कूलों में भेजने के लिए प्रोत्साहित किया।वे 1989 से बिरहोर जनजाति के लिए काम कर रहे हैं,उन्होंने इसके लिए जशपुर जिले में एक आश्रम की स्थापना की है। जागेश्वर जी सदैव खाकी निक्कर पहनते हैं, उन्होंने नंगे पांव अपनी पूरी जिंदगी बिता दी,उन्होंने यह भी प्रण लिया था की जब तक बिरहोर जनजाति को विशेष संरक्षित जनजाति का दर्जा नहीं मिल जाता वे अविवाहित रहेंगे।उन्हें 2015 में शहीद वीर नारायण सिंह सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है।

छत्तीसगढ़ के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा जी का आगमन आज कात्रेनगर में हुआ,सर्वप्रथम उन्होंने परिसर स्थित सिद्धि विनायक मंदिर में गणेश जी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया,संस्था के संस्थापक स्व.सदाशिव गोविंद कात्रे जी की प्रतिमा एवं बापट जी की स्मृति में बनाए तुलसी वृंदावन पर पुष्प अर्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही आश्रम स्थित कुष्ठ पीड़ित माताओं- बहनों से रक्षा सूत्र बंधवा कर फलों का वितरण किया,तथा जरूरत मंदो को बैशाखी एवं ट्रायसिकल प्रदान की।इस अवसर पर ,श्री सुधीर देव जी सचिव (भा.कु.नि.सं.)श्री चंद्रशेखर देवांगन जी(प्रांत कार्यवाह,छ.ग.प्रांत) श्रीमति कमलेश जांगड़े (सांसद,जांजगीर चांपा) समेत आश्रम केअंतः वासी कुष्ठ पीड़ित भगिनी- बंधु,कार्यकर्ता गण तथा अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ सरकार में वित्त एवं वाणिज्यिक कर मंत्री का पदभार संभाल रहे,पूर्व आईएएस माननीय ओ पी चौधरी जी का औचक प्रवास गत दिवस अपने कात्रेनगर सोंठी आश्रम में हुआ। विदित हो कि श्री चौधरी जी का जुड़ाव उनके जांजगीर- चांपा जिले में कलेक्टर रहते संस्था से है,बापट जी से उनका विशेष स्नेह- संबंध रहा है। इस दौरान उन्होंने परिसर स्थित संत गुरु घासीदास चिकित्सालय का निरीक्षण किया एवं वहां कार्यरत कर्मचारियों से भेंट मुलाकात कर चिकित्सालय को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया, तत्पश्चात संस्था सचिव श्री सुधीर देव जी से आशीर्वाद लेकर वे अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान हुवे।

अपने आश्रम स्थित चिकित्सालय की मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी सुश्री डॉ.नुपुर दवे जी द्वारा आज शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चोरिया वि .ख. बम्हनीडीह की अध्ययनरत छात्राओं को "मासिक धर्म (पीरियड्स) के दौरान स्वच्छता,अनदेखी एवं उससे जुड़ी भ्रांतियां" इस विषय में महत्वपूर्ण दिशा निर्देश देते हुवे जागरूक किया। डॉ.नुपुर जी ने कहा कि - " मासिक धर्म कोई अपराध नहीं बल्कि एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है।पहले के जमाने में इस विषय पर कोई भी खुलकर बात नहीं करना चाहता था,आज भी गांव देहात की महिलाएं मासिक धर्म को लेकर भ्रांति में जी रही हैं,शिक्षा से ही समाज में जागरूकता आयेगी जिससे पुरानी परंपरागत सोच बदलेगी और यह अंधेरा दूर करने की जिम्मेदारी आप जैसे शिक्षित नई पीढ़ी के ऊपर है।" इस दौरान कई छात्राओं ने मासिक धर्म से संबंधित प्रश्न डॉ.नुपुर जी से किए जिनका उन्होंने समाधान किया,अपनी जिज्ञासाओं के संतोषप्रद जवाब सुन छात्राएं अभिभूत हुई तथा समस्त चिकित्सीय टीम का आभार व्यक्त किया

नमस्ते विश्वकर्माय, त्वमेव कर्तृता सदा। शिल्पं विधाय सर्वत्र, त्वं विश्वेशो नमो नमः।। कुष्ठ आश्रम में भगवान विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर संस्था स्थित सभी वाहनों की विधिपूर्वक पूजा- अर्चना की गई साथ ही फल मिठाई समेत नारियल का भोग लगाया गया। इस अवसर पर संस्था के सभी वाहन चालक कार्यकर्ता बंधु उपस्थित थे।

"कात्रेनगर की सुश्री राम बाई के नाम लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने धन्यवाद पत्र भेजा है।" ज्ञात हो कि प्रतिवर्ष रक्षाबंधन के अवसर पर कुष्ठ आश्रम की बहनों द्वारा पूरे देश भर में रक्षा सूत्र भेजा जाता है,जिसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नाम भी रक्षा सूत्र भेजा गया था,जिसे प्रधानमंत्री जी ने स्वीकार किया और स्वास्थ्य,शांति और समृद्धि की कामना सहित धन्यवाद पत्र भेजा। पीएम मोदी जी का पत्र भारतीय डाक के माध्यम से कात्रे नगर डाकघर पहुंचा । संस्था के सचिव श्री सुधीर देव जी ने हर्ष व्यक्त करते हुवे कहा कि -"देश के प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद पत्र कुष्ठ पीड़ित बहन रामबाई, कात्रेनगर के नाम पर आना यह कुष्ठ आश्रम के लिए बड़े गौरव की बात है,एक जिम्मेदार भाई की तरह वे हमेशा कुष्ठ आश्रम की बहनों को स्नेहाशीष पत्र भेजने से कभी नहीं चूकते,उनका यह पत्र भाई -बहन के अटूट प्रेम को दर्शाता है।"

संत गुरुघासीदास चिकित्सालय कात्रेनगर द्वारा चलाये जा रहे "मासिक धर्म जागरूकता अभियान" के तहत चिकित्सालय की टीम डॉ. नुपूर दवे मैडम के नेतृत्व में हायर सेकेंडरी स्कूल सरवानी, वि.खं. बम्हनीडीह पहुंची जहां सर्वप्रथम विद्यालय के प्राचार्य एवं शिक्षकों द्वारा समस्त चिकित्सालय स्टॉफ का स्वागत सम्मान किया गया। तत्पश्चात डॉ. मैडम ने बच्चों को "मासिक धर्म(पीरियड्स) के दौरान होने वाली समस्या,निवारण एवं उससे जुड़ी भ्रांतियां" के विषय में संवाद करते हुवे बताया कि -"मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है,जो महिलाओं के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है लेकिन इसके बावजूद इस विषय में बहुत गलत धारणाएं और taboo हैं,मासिक धर्म जागरूकता अभियान का उद्देश्य इन पीरियड्स के दिनों में स्वच्छता और स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुवे समाज में अनंत काल से चली आ रही रुढ़िवादी धारणाओं को तोड़ना और जागरूकता बढ़ाना है।" इस दौरान छात्राओं ने मासिक धर्म से संबंधित कई प्रश्न और अपनी जिज्ञासाएं डॉ. मैडम के सामने रखी जिसका उन्होंने समाधान किया।

नवरात्र के नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करने का विधान होता है और महा अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन करते हुए मां की विदाई होती है। इसी तारतम्य में अपने आश्रम में प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी बड़े हर्षोल्लास के साथ कन्या पूजन का कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें सभी वर्गों के लोग सम्मिलित हुवे।अष्ट सिद्धियों की दात्री मां सिद्धिदात्री की आराधना कर लोक कल्याण के लिए प्रार्थना की गई। वृहद स्तर पर मनाए जाने वाले आश्रम के कन्या पूजन में 170 देवी स्वरूपा कन्याओं का विधि - विधान से पूजन- अर्चन किया गया। कन्या पूजन कार्यक्रम में श्री धन्य कुमार पांडेय (हेडमास्टर, मिडिल स्कूल रोहदा सपरिवार)श्रीमति प्रमिला जगत (शासकीय शिक्षिका सरवानी सपरिवार) श्री रमेश देवांगन (बीमाकर्ता चांपा सपरिवार) श्री सुधीर देव जी (संस्था प्रमुख भा.कु.नि.सं.)श्री लक्ष्मी सोनी जी (व्याख्याता,चोरिया विद्यालय ) समस्त शिक्षक गण सुशील विद्या मंदिर ,आश्रम के कार्यकर्ता गण,समस्त अंतः वासी कुष्ठ पीड़ित बंधु भगिनी एवं अन्य ग्रामीण परिवार सम्मिलित हुवे।

अपने आश्रम स्थित संचालित "स्व. जीवनलाल साव स्मृति गौशाला" में आज डॉ. ए. एल.सिंह (उपसंचालक,पशु चिकित्सकीय सेवाएं जांजगीर) तथा डॉ.रितेश स्वर्णकार संचालनालय, रायपुर जी का गौशाला निरीक्षण हेतु प्रवास हुआ। निरीक्षण पश्चात अधिकारियों ने गौशाला की स्वच्छता गायों की देखभाल और उपलब्ध सुविधाओं को देखकर इसकी सराहना की साथ ही आश्रम द्वारा उत्पादन किए जा रहे जैविक खाद,गोबर खाद की प्रशंसा की। इस अवसर पर संस्था सचिव श्री सुधीर देव जी उपस्थित थे।

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आज अपने आश्रम में श्रीमति रविंदर कौर मैडम (व्यवहार न्यायाधीश चाम्पा एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जांजगीर चाम्पा ) द्वारा विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया | श्रीमति रविंदर कौर मैडम ने लोगों को उनके क़ानूनी अधिकारों एवं कर्तव्यों के विषय में अवगत कराया जिसमें निःशुल्क विधिक सहायता ,भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकार, साइबर क्राइम सुरक्षा ,मोटर व्हीकल एक्ट, मूल कर्तव्य, नालसा एवं सालसा जैसी विभिन्न योजनायें जो लोगों को निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान करती है के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी दी | इस अवसर पर संस्था प्रमुख श्री सुधीर देव जी ने कौर मैडम का पुष्प गुच्छ एवं श्रीफल देकर सम्मान किया,कार्यक्रम में मुख्य रूप से आश्रम के अन्तः वासी कुष्ठ पीड़ित भगिनी-बंधुओं समेत कौशल विकास के प्रशिक्षार्थी तथा कार्यकर्त्ता गण उपस्थित थे |